रायपुर: रायपुर की अशोका बिरयानी सेंटर के दो कर्मचारियों की गटर में सफाई के दौरान मौत होने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. अपने समाज के युवक की संदेहास्पद मौत पर साहू समाज और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना आक्रोशित हो उठा है. वहीं सेंटर के कर्मचारियों द्वारा पत्रकारों से की गई बदसलूकी पर भी बिरयानी सेंटर पर सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है.
बता दें कि तेलीबांधा थाना क्षेत्र स्थित अशोका बिरयानी सेंटर के गटर में सफाई करने उतरे दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी. संभावना जताई जा रही है कि गटर में जहरीली गैस भरी थी, और दम घुटने से ही दोनों कर्मचारियों की मौत हुई है. जब मामले को लेकर पत्रकार बिरायनी सेंटर में गए थे ,तो वहां के कर्मचारियों ने भी पत्रकारों के साथ मारपीट की थी. इस पर अब सरकार का एक्शन देखने को मिला है.
बिरयानी सेंटर को किया बंद
इस मामले में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार की बात पता चली है, उन्हें ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए. वहीं कर्मचारियों की मौत को लेकर जांच जारी है, और जांच जब तक जारी रहेगी ओशका बिरयानी को बंद किया जाएगा.
समाज हुआ आक्रोशित
वहीं अशोका बिरियानी सेंटर के गटर में दो युवकों डेविड साहू और नीलकमल की संदेहास्पद मौत पर साहू समाज और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना भी आक्रोशित हो उठा है. न्यायिक जांच और मुआवजे की मांग को लेकर अशोका बिरयानी का घेराव भी हुआ. डेविड धमतरी का निवासी था, जिसकी उम्र महज 19 साल थी. मृतक की बहन ने बताया कि उसका भाई डेविड सुपर वाइजर के पद पर पदस्थ था. उसे जबरदस्ती गटर में उतारा गया. इनकी लापरवाही की वजह से डेविड की जान गई. उन्होंने बताया कि अब तक होटल प्रबंधन की ओर से कोई व्यक्ति मुलाकात भी नहीं की. हम न्याय की मांग को लेकर यहां पहुंचे हैं.