Narendra Modi

12945/40 ....RO NO....

मिल गए 1 लाख साल पुराने पैरों के निशान, कभी ऐसे दिखते थे हम इंसान

0
144

सदियों पुरानी चीजें और निशान हमें बताते हैं कि उस वक्त इंसान कैसा दिखा करता था. वो किस तरह की जिंदगी जीता था. कुछ इसी तरह की खोज मोरक्को में भी हुई है. यहां एक लाख साल पुराने पैरों के निशान मिले हैं. जो बताते हैं कि उस वक्त इंसान कैसा दिखा करता था.

जनवरी में मोरक्को, फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने इस खोज को साइंस जरनल नेचर में पब्लिश कराया है.इसमें बताया गया कि अच्छी तरह से संरक्षित मानव पैरों के कुछ निशान मिले हैं.

जिन्हें 100,000 साल पुराना माना जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि पैरों के निशान पांच व्यक्तियों के हैं. ये मोरक्को के उत्तरी शहर में एक चट्टानी समुद्र तट पर पाए गए.

जून 2022 में पुरातत्ववेत्ता माउन्सेफ सेड्राती को लाराचे शहर में विभिन्न आकार के पैरों के निशान मिले.

उन्होंने कहा, ‘हमें पहला निशान मिलने के बाद इस पर 100 फीसदी तक यकीन नहीं था, लेकिन फिर हमें दूसरा, फिर तीसरा निशान मिला. फिर और मिलते गए.

शुरुआती निशान स्वस्थ होमो (सेपियन्स) ने लगभग 100,000 साल पहले रेतीले समुद्र तट की तलछट पर छोड़े थे. कुल 85 फीसदी पैरों के निशान मिले हैं.

जो पांच इंसानों के समूह द्वारा बनाए गए होंगे. जो इस रास्ते से पानी की तरफ चलकर गए थे. ये उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी भूमध्य सागर में मिले पहले प्रारंभिक मानव ट्रैक हैं.’ ये पांच लोग अलग अलग उम्र के व्यस्क और बच्चे होंगे.

हालांकि ये पता नहीं चल सका है कि ये लोग यहां क्यों आए होंगे. क्या ये समुद्र में खाना लेने आए होंगे? या वो यहां घूमते घूमते आ गए? अभी ये भी पता करने की कोशिश हो रही है कि ये लोग यहां कितने समय तक रहे.

वैज्ञानिकों की टीम ने ड्रोन की मदद से ली गईं 461 तस्वीरों का प्रिंट लिया है. अब आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर इन पैरों के निशान के आकार और प्राचीन लोगों की सटीक उम्र पता करने की कोशिश की जाएगी.

वैज्ञानिकों को यहां से गेरू भी मिला है. जिसका इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठानों के वक्त महिलाएं मेकअप के तौर पर करती होंगी. वो इसे अपने शरीर पर लगाया करती थीं.

इन्हें भट्टी भी मिली हैं, जो बताती हैं कि प्राचीन इंसानों को पता था कि आग कैसे जलाते हैं. हड्डियों के अवशेष और पत्थर के औजार भी मिले है.

जिससे पता चलता है कि प्राचीन मानव भोजन के लिए मृत जानवरों पर निर्भर थे और उन्होंने लगभग 20,000 साल पहले ही जाल बिछाना और जानवरों का शिकार करना शुरू किया होगा.