8 साल की बेटी ने पिता को सुसाइड करने से रोका तो कर डाला उसी का मर्डर

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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में 8 साल के बच्चे की जघन्य हत्या के पांच दिन बाद पुलिस ने अपनी जांच में एक बड़ा खुलासा किया है. पुलिस की जांच पता चला है कि आरोपी शख्स आत्महत्या करना चाहता था लेकिन उस समय उसकी बेटी वहां आ गई और वह आत्महत्या नहीं कर सका. इसी बात से गुस्सा होकर आरोपी शख्स ने अपनी बेटी की ही हत्या कर दी. आरोपी शख्स की पहचान मोहम्मद इकबाल खतना के रूप में की है. पुलिस आरोपी मोहम्मद इकबार खतना को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी इकबाल खतना, जो पेशे से एक चालक है, ने पूछताछ के दौरान कबूल किया है कि उसने ही अपनी बेटी की हत्या की है. खतना ने बताया कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसकी बेटी ने उसे आत्महत्या करने की कोशिश के दौरान देख लिया था.

बता दें कि बीते बुधवार को आठ साल की बच्ची अपने पिता को छोड़ने को तैयार नहीं थी, जो अपनी पत्नी से झगड़े के बाद घर से चाकू लेकर निकला था. इसके बाद बच्ची अपने पिता की गाड़ी में बैठ गई जब वह अपनी गाड़ी लेकर दूर जा रहा था. पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी खतना और उसकी पत्नी के बीच में आए दिन झगड़े होते थे.
इस मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि जब इकबाल लोलाब क्षेत्र के खुरहामा गांव में अपने घर से निकला तो उसकी बेटी, जो चार-भाई बहनों में से एक थी, ने उसका पीछा किया और वापस जाने से इनकार कर दिया.

 

हमारी जांच में पता चला है कि आरोपी इकबाल ने 45 मिनट तक बच्ची को वहां से जाने के लिए मनाने की कोशिश की. यहां तक की उसने बच्ची को टॉफी और कैंडी भी खरीदने के लिए पैसे दिए. लेकिन उसने वहां से जाने से मना कर दिया.
कुपवाड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगुल मन्हास ने कहा कि चूंकि लड़की भी वाहन में थी, इसलिए उसने सोचा कि वह उसकी उपस्थिति में कठोर कदम कैसे उठाएगा. गुस्से में उसने उसका गला घोंट दिया और लड़की की मौत हो गई. इसके बाद उसने बच्ची के गले को रेत दिया और उसके शव को ठिकाने लगा दिया. इसके कुछ घंटों के बाद इकबाल अपने घर वापस चला गया.

जब घर वालों ने उससे बच्ची के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वो तो मेरे साथ थी ही नहीं. पुलिस के अनुसार बच्ची को इकबाल के साथ जाते हुए कम से काम चार लोगों ने देखा था. मन्हास ने बताया कि बच्ची की हत्या करने के बाद आरोपी ने खुद को मारने का इरादा छोड़ दिया. इसके बाद इकबाल पहले पुलिस स्टेशन गया और वहां उसने बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट लिखवाई. लेकिन जब तक वो पुलिस स्टेशन से लौटक अपने घर पहुंचता, इस बीच बच्ची के परिजनों को उसका शव मिल गया.