रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने शराबबंदी का वादा किया था। आए दिन इस अधूरे सियासी वादे पर बहस होती है। अब कांग्रेसी नेता के बयान की वजह से बवाल मचा हुआ है। मरवाही के पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पहलवान सिंह मरावी ने कहा- शराब आज से ही नहीं बल्कि सतयुग से लोग पीते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके 10 नाम हैं। अलग-अलग जगहों पर इसे अलग-अलग नामों से पहचाना जाता है।
मरावी ने आगे कहा- देवताओं के राजा इंद्र सोमरस पीते थे, वो भी दारू ही थी। ताड़ी भी दारू है और सल्फी भी दारू है। उसमें पानी मिलाकर पीयो, तो उसमें कुछ गलत नहीं है, क्योंकि ये थोड़ा तेज होता है। चूंकि आदिवासी लोग सीधे कच्ची महुआ पी लेते हैं, देवराज इंद्र सोमरस पी सकते हैं, तो फिर हमारी क्या बिसात है। शराब को कोई बंद नहीं कर सकता। चाहे कोई विधायक-मंत्री वादा कर ले, बाद में वो मुकर जाएंगे। शराब का चाहे कितना भी विरोध हो, ये चलती रहेगी। चार युग चौहत्तर चौघड़ी से लोग शराब पीते आ रहे हैं और पीते रहेंगे।
मोहन मरकाम तो ये भी कह चुके हैं
पिछली बार छत्तीसगढ़ में ढाई साल पूरे होने के मौके पर पिछले साल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी साफ कर दिया था कि वे राज्य में पूर्ण शराबबंदी के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि ‘प्रदेश का 60 प्रतिशत हिस्सा आदिवासी बहुल है। वे खुद इसी समाज से आते हैं। आदिवासियों के रीति-रिवाज में शराब महत्वपूर्ण है। इसलिए अधिसूचित क्षेत्रों में पूर्ण शराबबंदी संभव नहीं है।’ हालांकि उन्होंने इसे अपनी निजी राय बताया था।