मध्य प्रदेश में आठ दिन से चल रहा सीएम का सस्पेंस खत्म हो गया है. सभी अनुमानों को धता बताते हुए मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए सीएम चुने गए हैं. राजधानी भोपाल के बीजेपी ऑफिस में तीनों पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हुई भाजपा के विधायक दल की पहली बैठक में के मोहन यादव के नाम का ऐलान किया गया. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक हैं. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा को 163 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत मिला है. कांग्रेस को 66 सीटें और 1 सीट भारतीय आदिवासी पार्टी को मिली है. सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं. वहीं, नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है.
2013 में पहली बार बने थे विधायक, शिवराज सिंह चौहान सरकार में रहे थे उच्च शिक्षा मंत्री
58 साल के डॉक्टर मोहन यादव पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं. साल 2013 में वह पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुने गए थे. इसके बाद साल 2018 में वह एक भार फिर दक्षिण उज्जैन की सीट से विधायक चुने गए थे. साल 2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से कांग्रेस के चेतन प्रमनारायण यादव को 12941 वोटों से हराया था.
सीएम चुने जाने के बाद बोले डॉ. मोहन यादव- ‘छोटे कार्यकर्ता को दी गई है बड़ी जिम्मेदारी’
विधायक दल की बैठक में हरियाणा के सीएम और मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर ने डॉ. मोहन यादव के नए सीएम का ऐलान किया था.मध्य प्रदेश के नए सीएम चुने जाने के बाद डॉक्टर मोहन यादव ने विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा,’मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को जो बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. मैं निश्चित रूप से उसपर मैं खरा उतरने की कोशिश करूंगा,और जिम्मेदारी को निभाउंगा.’ वहीं, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फूलों का गुलदस्ता देकर डॉ.मोहन यादव को बधाई दी.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में साल 2002 में शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद साल 2008 और साल 2013 में एक बार फिर सीएम पद की शपथ ली थी. साल 2018 विधानसभा चुनाव हारने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि, साल 2020 में कांग्रेस के 22 विधायकों के बगावत करने के बाद उन्होंने एक बार फिर सरकार बनाई थी.