रायपुर । रविवार को राजधानी रायपुर में हजारों की तदाद में अनियमित कर्मचारी जुटे। छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के प्रांतीय संयोजक
गोपाल प्रसाद साहू ने बताया की प्रदेश के लाखों अनियमित कर्मचारी को नियमित करने, किसी का छटनी न करने एवं आउट सोर्सिंग बंद करने सरकार बनते ही 10 दिन में ही प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने का वादा चुनाव पूर्व 03 जुलाई 2018 को टी.एस. सिंहदेव हमारे मंच से एवं कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल पर किया तथा चुनावी घोषणा पत्र के बिंदु क्र. 11 एवं 30 सम्मिलित किया।
प्रेमप्रकाश गजेन्द्र सह-संयोजक ने कहा कि अद्यतन कांग्रेस पार्टी का 10 दिन में नियमितीकरण का वादा जो साढ़े 3 साल में भी पूरा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का 14.02.2019 को अनियमित मंच से वादा 1 साल बाद नियमितीकरण करेंगे, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। पिछले 3 साल में नियमितीकरण के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट पूरी नहीं हुई है। पिछले 3 साल में सरकार कर्मचारियों भिन्न-भिन्न प्रकार की डेटा मांग कर टालने की कोशिस में लगा है तथा आज तक डेटा इकट्ठा नहीं कर पाई है। पिछले तीन विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री द्वारा नियमितीकरण की बात स्वीकार की गई लेकिन वादा आज भी अधूरा है। आउटसोर्सिंग बंद नहीं हुआ, चुनाव पूर्व पृथक अनियमित कर्मचारियों को बहल नहीं कर पाया, कर्मचारियों को मिलने वाला वेतन वृद्धि रोक दिया गया है। घोषणा पत्र में छटनी नहीं करने का वादा था लेकिन कई विभागों यहाँ शिक्षा/पंचायत/ग्रामीण विकास/स्वास्थ्य विभाग से छटनियां कर दी गई है। इससे अनियमित कर्मचारियों में भारी आक्रोश है|
सत्यम शुक्ला प्रवक्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा प्रदेश के अंनियमित कर्मचारी यथा संविदा, दैनिक वेतन भोगी/कलेक्टर दर/श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, जाबदर, अंशकालीन, ठेका एवँ अन्य अस्थायी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के हित के 4 सूत्रीय मांग को लेकर मुखर है तथा शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने 20 नवम्बर 2022 रविवार को राजधानी रायपुर के बुढापारा धरना स्थल में एक दिवसीय “ध्यानाकर्षण सभा” आयोजित कर रहा है| प्रदेश समस्त अनियमित कर्मचारियों से अपील है कि इस सभा में अधिक से अधिक अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें| |
45 हजार कर्मचारियों की मुराद
छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 54 विभागों के 45 हजार संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की मनोकामना को लेकर संविदा कर्मचारियों ने पदयात्रा की शुरुआत की है। पदयात्रा में बड़ी तादात में महिला संविदा कर्मचारी और छोटे बच्चों को लेकर माताएं शामिल है।
राजकीय गीत की शुरुआत से की गई पदयात्रा में संविदा कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर मनोकामना पूर्ण करने माता कौशिल्या मंदिर गए वहां दीपक जलाकर नियमितिकरण की मांग की। इस मुराद को पूरा करने की मांग करते हुए सरकार से भी कर्मचारियों ने नियमित करने की गुहार लगाई।