महासमुंद. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में जय गुरुदेव मानस आश्रम में भोग लगाने पर 17 साल की लड़की को दर्दनाक सजा मिली. आश्रम के तीन सेवादारों ने नाबालिग लड़की के मुंह में जलती हुई लकड़ी ठूंस दी. इतना ही नहीं, बेरहमी करते हुए जलती लकड़ी से लड़की को बेरहमी से पीटा. लड़की के जांघ, पैर और पीठ दागे गए. मामले में पीड़िता के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है. तीनों आरोपी सेवादारों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. नाबालिग को गंभीर हालत में अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है.
यह मामला बागबहरा थाना क्षेत्र स्थित जय गुरुदेव मानस आश्रम का है. यहां 17 साल की लड़की सेवादार के रूप में काम करती है. पीड़िता के भाई ने बताया कि 24 फरवरी को बहन हमेशा की तरह आश्रम गई थी. वहां भोग लगाने को लेकर सेवादार नरेश पटेल, भोजराम साहू और राकेश दीवान ने बहन को प्रताड़ित किया. पहले गाली-गलौज की, फिर उसे जमकर पीटा. तीनों ने पकड़कर बहन के मुंह में जलती हुई लकड़ी ठूंस दी. आरोप यह भी है कि बहन के जांघ, पैर, पीठ को भी जलती लकड़ी से दागा गया.
बाल-बाल बची लड़की की जान
पीड़िता के भाई की लिखित शिकायत पर 4 दिन बाद यानी 28 फरवरी को एफआईआर दर्ज हुआ. पुलिस पीड़िता का बयान लेने अस्पताल पहुंची. पीड़िता ने बयान में तीनों सेवादारों की करतूत बताई. वहीं, डॉक्टर ने पीड़िता की हालत नाजुक बताई. डॉक्टर के मुताबिक, थोड़ी भी देर हो जाती तो उसकी जान चली जाती.
आश्रम में छिपे हुए थे तीनों आरोपी
वारदात को अंजाम देकर तीनों आरोपी सेवादार आश्रम में ही छिपे हुए थे. पुलिस ने दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. कड़ाई से पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूला और पूरा घटनाक्रम बताया. आरोपियों के मुताबिक, भोग लगाने को लेकर लड़की से विवाद हो गया था. गुस्से में आकर लड़की के मुंह में उन्होंने जलती हुई लकड़ी डाल दी थी.