नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ की सरकार बुधवार को शपथ लेने जा रही है मगर इससे पहले ही बड़ी कार्रवाई हुई है। महादेव बेटिंग ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) को बड़ी कामयाबी मिली है। दुबई पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों में से एक – रवि उप्पल को अरेस्ट किया है। रवि और सौरभ इस सट्टा एप के मुख्य कर्ता धर्ता हैं दोनों भिलाई के रहने वाले हैं। जल्द ही उसे भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। रवि 6,000 करोड़ रुपये के एक मनी लॉन्ड्रिंग केस का कथित मास्टरमाइंड है जिसमें छत्तीसगढ़ के निवर्तमान सीएम भूपेश बघेल का नाम भी आया है। सूत्रों के अनुसार, उप्पल की गिरफ्तारी ईडी की ओर से जारी रेड कॉर्नर नोटिस के चलते हुई। दुबई के अधिकारियों ने भारत को खबर कर दी है, वे रवि के प्रत्यर्पण के लिए तैयार हैं। महादेव ऐप का दूसरा प्रमोटर सौरभ चंद्राकर भी जल्द UAE में दबोचा जा सकता है। गिरफ्तारी के बाद उसे भी भारत को हैंडओवर किया जाएगा। ईडी ने रायपुर की स्पेशल कोर्ट से इन दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लिया। उसके बाद, अक्टूबर में इन दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था।
रवि की गिरफ्तारी से महादेव ऐप मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपियों में से एक का यह आरोप था कि ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने कांग्रेस के नेताओं को 500 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। यह छत्तीसगढ़ चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन गया। बीजेपी ने इसकी मदद से चुनाव में कांग्रेस को हराने में सफलता पाई। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘महादेव को भी नहीं छोड़ा’ जैसे नारे दिए जो पूरे अभियान में गूंजते रहे। चुनाव के बाद के विश्लेषण से पता चलता है कि शायद कांग्रेस की करारी हार में इस मामले का योगदान हो सकता है।