इंटरनेशनल क्रिकेट में कोई भी फॉर्मेट हो, उसमें टॉप-5 बल्लेबाजों की भूमिका काफी अहम होती है. खासकर टेस्ट क्रिकेट में तो टॉप-5 बल्लेबाज किसी भी टीम की जान होते हैं. यदि ये बल्लेबाज ही ना चलें, तो मैच हाथ से निकलने की पूरी संभावना होती है.
मगर जब यह टॉप-5 बल्लेबाज ही अपना दम दिखाएं तो यह उस टीम के लिए बेहद खास हो जाता है. मगर ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है. मगर एक ऐसा भी रिकॉर्ड है, जो 146 साल के टेस्ट इतिहास में सिर्फ तीन ही बार बना है और ये तीनों रिकॉर्ड एशियाई टीमें भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने ही बनाए हैं.
सबसे पहले टीम इंडिया ने रिकॉर्ड बनाया
ये रिकॉर्ड टेस्ट मैच की एक पारी में किसी टीम के टॉप-4 खिलाड़ियों द्वारा शतक लगाने का है. यह रिकॉर्ड सबसे पहले भारतीय टीम ने 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका टेस्ट में बनाया था. उस टेस्ट मैच में भारतीय टीम के लिए टॉप-4 प्लेयर ने शतक जमाया था.
ये चारों प्लेयर सचिन तेंदुलकर (नाबाद 122 रन), राहुल द्रविड़ (129), वसीम जाफर (नाबाद 138 रन) और दिनेश कार्तिक (129) हैं. उस मैच में कार्तिक और जाफर ने ओपनिंग में मोर्चा संभाला था. जबकि द्रविड़ नंबर-3 और उसके बाद सचिन बैटिंग के लिए आए थे. वह मुकाबला भारतीय टीम ने पारी और 239 रनों से जीता था.
फिर पाकिस्तान ने ये कामयाबी हासिल की
इसके बाद 2019 में पाकिस्तान टीम ने यह रिकॉर्ड बनाया था. श्रीलंका के खिलाफ कराची टेस्ट में पाकिस्तान के लिए टॉप-4 प्लेयर शान मसूद (135), आबिद अली (174), अजहर अली (118) और बाबर आजम (नाबाद 100 रन) ने शतक जमाए थे. यह मैच पाकिस्तान ने 263 रनों के अंतर से जीता था.
तीसरी बार ये रिकॉर्ड अब श्रीलंका ने बनाया
श्रीलंकाई टीम इस समय अपने घर में आयरलैंड के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज खेल रही है. दूसरा टेस्ट गॉल में खेला जा रहा है, जिसमें श्रीलंका के टॉप-4 बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ शतक जमाए हैं. इस तरह टेस्ट मैच की एक पारी में टॉप-4 बल्लेबाजों द्वारा शतक बनाने का यह रिकॉर्ड क्रिकेट इतिहास में तीसरी बार बना है.
श्रीलंका के लिए टॉप-4 प्लेयर निशान मधुशका (205 रन), कप्तान दिमुथ करुणारत्ने (115 रन), कुसल मेंडिस (245 रन) और एंजेलो मैथ्यू (नाबाद 100 रन) ने शतक जमाए. ऐसे में इस रिकॉर्ड के मामले में अब तक एशियाई टीमें ही आगे रही हैं.