पटना । बिहार में भाजपा और जदयू का गठबंधन टूट गया है। सीएम नीतीश राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफा देने के बाद नीतीश राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे। वहीं. इससे पहले जेडीयू की आज हुई बैठक में पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों ने सीएम नीतीश कुमार के फैसले का समर्थन किया और कहा कि वे उनके साथ हैं। अब सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद बिहार का ताज किसके सिर सजेगा तय होगा।
बिहार भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल ने कहा- नीतीश कुमार ने जनमत के साथ खिलवाड़ किया। नीतीश ने बिहार की जनता को धोखा दिया है।
आरजेडी सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने आरजेडी नेता राबड़ी देवी से कहा कि 2017 में जो हुआ उसे भूल जाइए और एक नया अध्याय शुरू कीजिए.
नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुनाव गया है. महागठबंधन के नेताओं के साथ हुई बैठक में इसका फैसला हुआ.
खबर है कि लालू यादव के छोटे लाल तेजस्वी यादव को नए गठबंधन में अहम पद दिया जा सकता है। इस बात का संकेत लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने दिया है। दरअसल, लालू की बेटि बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा है कि ‘राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं, लालटेनधारी’। रोहिणी आचार्य का ये ट्वीट ऐसे वक्त पर आया है जब राज्य में बड़ा उलटफेर हुआ है।
गिरीराज सिंह का तंज
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार को बीजेपी ने हमेशा आगे बढ़ाया। साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू के विधायकों की संख्या 43 आई, तब भी बीजेपी ने नीतीश को मुख्यमंत्री बनाया। नीतीश कुमार को लगता है कि वह प्रधानमंत्री की दौड़ में आगे हैं, इसी लिए तेजस्वी के साथ गठबंधन कर लिया है। गिरिराज ने तेजस्वी यादव पर भी हमला किया। कहा कि नीतीश उन्हीं के साथ गए हैं जो मुख्यमंत्री को पलटू चाचा कहते थे। गिरिराज ने कहा कि जो तेजस्वी सीएम को कहते थे वह हम नहीं कहेंगे। गिरिराज सिंह ने कहा कि इस टूट के लिए सिर्फ स्वार्थ जिम्मेदार है. जेडीयू को तोड़ने के आरोप पर उन्होंने कहा कि बिहार में एक कहावत है कि ‘रोने का मन किया तो आंख में गरा खुट्टी’.।
डॉ रमन सिंह बोले
नितिन कुमार को एक जगह रहने की आदत नहीं है। इधर उधर करते रहते हैं। उनको लगा होगा कुछ नए सिर से करना होगा तो इस्तीफा दिया है। देखते हैं…