रायपुर । मंगलवार को मुख्यमंत्री ने दुर्ग जिले के साला में भेेंट मुलाकात कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रवाना होने पहले उन्होने एक बार फिर आरक्षण विधेयक के राजभवन में अटके होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- रमन सिंह जैसे नेता 15 साल सीएम रहे, वो कह रहे हैं कि आरक्षण विधेयक मुख्यमंत्री की इच्छा से हुआ। ये विधानसभा से पारित हुआ है, सीएम का बिल नहीं है। विधानसभा में विधेयक को सर्वसम्मति से पास करने में भाजपा के लोग भी थे, भाषण भी दिए। मगर अब तक किसी भाजपा नेता ने राज्यपाल से ये नहीं कहा कि हस्ताक्षर करें। राजभवन के विधिक सलाहकार एकात्म परिसर में बैठते हैं, राज्यपाल भाजपा के नेताओं के चलते हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं।
भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी नीतियों से प्रदेश का विकास हुआ है। अब जब किसान, मजदूर, गौ पालक, वनोपज संग्राहक अन्नदाता हमसे प्रसन्न हैं तो भाजपा के पेट में तकलीफ हो रही है।