नई दिल्ली. पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली फिलहाल आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. उनके आर्थिक हालात काफी बिगड़ गए हैं. खास बात है कि विनोद के जिगरी दोस्त और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी इस बात को जानते हैं. विनोद ने बताया कि वह बेरोजगार हैं और इन दिनों काम की तलाश कर रहे हैं. अब उन्हें 1000 रुपये प्रतिदिन (30 हजार रुपये महीने) के तौर पर बीसीसीआई से पेंशन के तौर पर मिलते हैं जिससे उनका गुजारा होता है.
50 वर्षीय विनोद कांबली ने मिड-डे से बातचीत में कहा, ‘मैं एक रिटायर क्रिकेटर हूं और पूरी तरह से बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर हूं. मेरी आय का स्रोत सिर्फ पेंशन ही है. मैं बीसीसीआई का आभारी हूं लेकिन मुझे असाइनमेंट चाहिए ताकि मैं युवा क्रिकेटरों की मदद कर सकूं. मुंबई ने अमोल मजूमदार को मुख्य कोच बनाए रखा है और अगर उन्हें मेरी जरूरत है तो मैं वहां हूं.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने उनसे (मुंबई क्रिकेट संघ) कई बार कहा है कि अगर आपको मेरी जरूरत है तो मैं आपके साथ हूं. मेरा परिवार है और मुझे उनकी देखभाल करनी है. रिटायरमेंट लेने के बाद आपके लिए कोई क्रिकेट नहीं है, लेकिन अगर आपको जीवन में स्थिरता चाहिए तो आपके पास काम होना जरूरी है. मैं एमसीए अध्यक्ष से अनुरोध कर सकता हूं कि अगर मेरी जरूरत है तो मैं तैयार हूं.’
कांबली ने आगे कहा, ‘मैं उनसे (सचिन तेंदुलकर) कुछ उम्मीद नहीं करता हूं. उन्होंने मुझे टीएमजीए (तेंदुलकर मिडलसेक्स ग्लोबल अकादमी) का कार्यभार दिया था जिससे मैं काफी खुश था. वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं और हमेशा मेरे साथ खड़े रहे.’
विनोद कांबली ने अपने स्कूल के दिनों में सचिन के साथ रिकॉर्ड 664 रनों की साझेदारी की जिससे क्रिकेट जगत में सनसनी मच गई थी. 34 साल पहले की इस रिकॉर्ड साझेदारी में विनोद ने 349 रन और सचिन ने नाबाद 326 रन बनाए थे.
मुंबई के रहने वाले विनोद कांबली ने अपने करियर में 17 टेस्ट और 104 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. उन्होंने टेस्ट में 2 दोहरे शतक भी लगाए और कुल 1084 रन बनाए. उन्होंने वनडे में 2 शतक और 14 अर्धशतकों की बदौलत कुल 2477 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने फर्स्ट क्लास करियर में 129 मैचों में 35 शतकों की मदद से कुल 9965 रन बनाए.