रायपुर। प्रदेशभर के आदिवासी समुदायों से प्रतिनिधी मंगलवार को रायपुर पहुंचे। बैठक हुई और तय हुआ कि अब राज्योत्सव का विरोध किया जाएगा। एक नवम्बर से तीन नवम्बर तक जब एक तरफ राज्योत्सव चलेगा, आदिवासी समाज के लोग सांसदों, विधायकों और मंत्रियों के घर के बाहर नगाड़ा बजाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके पीछे की वजह है 32% आरक्षण खत्म किया जाना।
सर्व आदिवासी समाज की ओर से बताया गया, संगठन की 25 सितम्बर और 8 अक्टूबर की बैठक में 15 नवम्बर को पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी का कार्यक्रम तय हुआ है। इसके तहत रेलगाड़ी और मालवाहक ट्रकों को रोका जाएगा। इसके लिए जिलों और ब्लॉकों में तैयारी की जा रही है।
ये है मामला
2012 आरक्षण के अनुपात में बदलाव हुआ। इसमें अनुसूचित जनजाति वर्ग का आरक्षण 20% से बढ़ाकर 32% कर दिया गया। वहीं अनुसूचित जाति का आरक्षण 16% से घटाकर 12% किया गया। स्थानीय लोगों को नौकरी में आरक्षण को लेकर छूट हटा दी गई अब इन्हीं मामलों पर सामाजिक बवाल है।