रायपुर। कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी के पद से डी पुरंदेश्वरी को हटाकर राजस्थान के ओम माथूर को नया प्रभारी बनाये जाने पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में नित नये प्रयोग करने विवश है, परन्तु उसे कोई ऐसा चमत्कारिक चेहरा नहीं मिल रहा जिससे वह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से मुकाबला कर सके। उन्होंने कहा, केन्द्र की जाँच एजेंसियाँ छत्तीसगढ़ में ऐड़ी-चोटी एक कर ली है, परन्तु अब तक भ्रष्टाचार के एक भी सबूत जूटा न सकी है। इससे भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व इस बात को लेकर परेशान है कि वह करे तो करे क्या?
विकास उपाध्याय ने हाल ही के दिनों में भाजपा के अन्दर छत्तीसगढ़ में नये-नये चेहरे बदलने को लेकर तंज कसते हुए कहा, चेहरा बदलने से पार्टी का चाल नहीं बदल सकता। 15 वर्षों तक भाजपा के सत्तासीन नेताओं ने जिस कदर छत्तीसगढ़ का शोषण किया है उसे यहाँ की जनता अब तक भूली नहीं है। उन्होंने कहा, जाहिर सी बात है कि इस बात से भाजपा का कन्द्रीय नेतृत्व भी अनभिज्ञ नहीं है। यही वजह है कि वह छत्तीसगढ़ में नित नये प्रयोग करने विवश है। पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बदला गया, अब प्रभारी को बदल दिया गया। और न जाने इन चुनाव के एक वर्ष के अन्तराल में क्या-क्या बदलने की भाजपा को जरूरत पड़ेगी।
विकास उपाध्याय ने कहा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को छत्तीसगढ़ की धरती पर उतरते ही इस बात का एहसास आज सुबह से ही हो गया था कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की जमीन खिसक चुकी है। जो चेहरे उनके इर्द-गिर्द नजर आ रहे थे वे मात्र अब भिड़ में एक कार्यकर्ता मात्र थे, जिनके पास कोई जनाधार नहीं। भाजपा के पास छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को टक्कर देने कोई रोड मैप नहीं है। वो दिन दूर नहीं जब डॉ. रमन सिंह से लेकर सभी वर्तमान 14 विधायकों के भी टिकट काटकर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए। इसके पूर्व यह भी संभव है कि प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष फिर से एक बार बदलने की जरूरत भाजपा को आन पड़ सकती है।