हस्ताक्षर न्यूज. छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े नक्सली कमांडर हिड़मा (hidma dead) जो झीरम घाटी नरसंहार (2013) का मुख्य आरोपी और दक्षिण बस्तर में माओवादियों की सैन्य शाखा का सर्वोच्च नेता माना जाता है, आंध्र प्रदेश की सीमा पर आंध्र पुलिस की स्पेशल फोर्स ग्रेहाउंड्स के साथ चल रही भिड़ंत में घिर गया है। ताजा खबरों के अनुसार इस मुठभेड़ में अब तक 6 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं, जिनमें हिड़मा और उसकी पत्नी राजे के शव होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है।
फिलहाल आंध्र प्रदेश पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि हिड़मा के मारे जाने की खबर सही है। यदि हिड़मा वाकई मारा गया तो यह छत्तीसगढ़ में पिछले कई वर्षों के एंटी-नक्सल अभियानों की अब तक की सबसे बड़ी सफलता होगी, क्योंकि उसके मरते ही दक्षिण बस्तर के जंगलों में माओवादी संगठन की कमान लगभग खत्म हो जाएगी। सुकमा जिले से सटी आंध्र प्रदेश सीमा पर ग्रेहाउंड्स के जवान अभी भी सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। हिड़मा पर छत्तीसगढ़, आंध्र और तेलंगाना सरकारों ने मिलकर कई करोड़ रुपए का इनाम रखा था। पिछले एक साल में कई बड़े एनकाउंटरों में वह बाल-बाल बचता रहा था। यदि यह खबर पक्की हुई तो बस्तर में नक्सलवाद के एक पूरे युग का अंत माना जाएगा। सूत्रों के अनुसार, कुख्यात माओवादी कमांडर मदवी हिड़मा (43) मारा गया है
हिड़मा, जो कम से कम 26 घातक हमलों के लिए ज़िम्मेदार था, जिनमें 2013 दरभा घाटी नरसंहार और 2017 सुकमा हमले शामिल हैं, लंबे समय से सुरक्षा बलों की निगरानी में था।
मुख्य तथ्य:
• जन्म: 1981, पूवर्ति, सुकमा (छत्तीसगढ़)
• पद: पीएलजीए बटालियन नंबर 1 का प्रमुख — माओवादियों की सबसे घातक हमलावर इकाई।
• वह CPI (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सबसे युवा सदस्य था।
• वह बस्तर क्षेत्र से सेंट्रल कमेटी में शामिल होने वाला एकमात्र आदिवासी था।
• उसके सिर पर 50 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
• हिड़मा के साथ उसकी दूसरी पत्नी राजे (राजक्का) भी मारी गई।
• असली नाम: संतोष
मुख्य हमले जिनमें वह शामिल रहा
• 2010 दंतेवाड़ा हमला: 76 सीआरपीएफ जवान शहीद
• 2013 झीरम घाटी नरसंहार: 27 लोग मारे गए, जिनमें शीर्ष कांग्रेसी नेता शामिल
• 2021 सुकमा-बीजापुर मुठभेड़: 22 सुरक्षा कर्मी शहीद
























