15 अगस्त को देश अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। इस बार का आजादी का पर्व कई मायनों में खास होगा। सरकार ने ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के साथ इस बार स्वतंत्रता दिवस मनाने का कार्यक्रम बनाया है। यह अभियान नौ अगस्त को शुरू किया जाएगा और स्वतंत्रता दिवस तक चलेगा।
पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा ‘हर घर तिरंगा अभियान’ की घोषणा की गई थी। इसके बाद देशभर में लोगों ने बड़े उत्साह से अपने घरों में तिरंगा फहराया था। अब इस बार देशवासी ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के साथ आजादी के पर्व को मनाएंगे। इस बीच हमें जानना जरूरी है कि आखिर ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान क्या है? इसका उद्देश्य क्या है? आइए जानते हैं..
‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 जुलाई को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 103वें संस्करण के दौरान ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की घोषणा की थी। इस अभियान में वीरों को याद करने के लिए देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। उनकी स्मृति में अमृत सरोवरों के निकट ग्राम पंचायतों में शिलाफलकम (स्मारक पट्टिकाएं) स्थापित किए जाएंगे।
अपने हालिया संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा था कि अमृत महोत्सव की गूंज और 15 अगस्त करीब आने के बीच, देश में एक और महान अभियान शुरू होने की कगार पर है। हमारे वीर पुरुषों और महिलाओं के सम्मान में ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान शुरू किया जाएगा।
इसकी समयसीमा क्या है?
‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान नौ अगस्त को शुरू होगा, जिसके तहत 15 अगस्त, 2023, स्वतंत्रता दिवस तक निर्धारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद के कार्यक्रम 16 अगस्त, 2023 से ब्लॉक, नगर पालिका/निगम और राज्य स्तर पर होंगे। समापन समारोह कर्तव्य पथ, नई दिल्ली में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 30 अगस्त, 2023 को निर्धारित है।
अभियान का उद्देश्य क्या है?
इस अभियान का उद्देश्य उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव अपूर्व चंद्रा के मुताबिक, ‘मेरी माटी मेरा देश’; आजादी का अमृत महोत्सव का समापन कार्यक्रम होगा, जिसके तहत भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल आयोजित राष्ट्रव्यापी अभियान, हर घर तिरंगा बेहद सफल रहा था और इस साल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘मेरी माटी मेरा देश’ शुरू किया जा रहा है।
इस अभियान में खास क्या है?
प्रधानमंत्री के मुताबिक, अभियान के तहत हमारे अमर शहीदों की याद में देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन विभूतियों की स्मृति में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत देशभर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी आयोजित की जाएगी।
यह ‘अमृत कलश यात्रा’ देश के कोने-कोने से 7,500 कलशों में मिट्टी लेकर देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। यह यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7,500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। ये ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी भव्य प्रतीक बनेगी।
सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव अपूर्व चंद्रा ने बताया कि वीरों को श्रद्धांजलि के रूप में शिलाफलकम स्थापित करना, मिट्टी का नमन और वीरों का वंदन; मेरी माटी मेरा देश अभियान के प्रमुख घटक हैं। उन्होंने कहा कि इस साल भी हर घर तिरंगा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन इसे मेरी माटी मेरा देश के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में मनाया जाएगा।
संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने बताया कि अभियान में स्वतंत्रता सेनानियों और सुरक्षा बलों को समर्पित शिलाफलकम् की स्थापना जैसे कार्यक्रमों के साथ-साथ पंच प्राण प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन जैसी पहल शामिल होंगी, जो हमारे वीरों के वीरतापूर्ण बलिदानों का सम्मान करती हैं। गांव, पंचायत, ब्लॉक, कस्बे, शहर, नगर पालिका आदि के स्थानीय वीरों के बलिदान की भावना को सलाम करने वाली शिलाफलकम या स्मारक पट्टिकाएं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की जाएंगी। इसमें उस क्षेत्र से संबंधित उन लोगों के नाम के साथ प्रधानमंत्री का संदेश होगा, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था।
उन्होंने कहा कि नौ से 30 अगस्त, 2023 तक, ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अंतर्गत गांव और ब्लॉक स्तर, स्थानीय शहरी निकायों के साथ-साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
अभियान के लिए खास वेबसाइट और पोर्टल लॉन्च
संस्कृति सचिव ने कहा कि जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए, एक वेबसाइट https://merimaatimeradesh.gov.in/ लॉन्च की गई है, जहां लोग मिट्टी या मिट्टी का दीपक हाथ में लेकर अपनी सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। ऐसा करके, वे भारत को एक विकसित देश बनाने, गुलामी की मानसिकता को खत्म करने, हमारी समृद्ध विरासत पर गर्व करने, एकता और एकजुटता बनाए रखने, नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करने और राष्ट्र की रक्षा करने वालों का सम्मान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए पंच प्राण की प्रतिज्ञा ले सकते हैं।
एक बार प्रतिज्ञा लेने के बाद, भागीदारी का एक डिजिटल प्रमाणपत्र वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की सचिव मीता राजीवलोचन ने बताया कि युवा सेल्फी और पौधरोपण जैसी अपनी गतिविधियों को इस वेबसाइट पर अपलोड करके भी https:// yuva.gov.in/meri_maati_mera_desh पोर्टल के माध्यम से अभियान में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने युवाओं से अभियान में उत्साह के साथ भाग लेने और हमारी मातृभूमि के वीरों को श्रद्धांजलि देने के राष्ट्रव्यापी प्रयास में शामिल होने का आग्रह किया।