विधानसभा में उठा DMF में घोटाले का मुद्दा, मरकाम ने अपनी ही सरकार को लिया आड़े हाथ, लगाया बंदरबांट का गंभीर आरोप, मंत्री ने की जाँच की घोषणा

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रायपुर : होली के बाद सोमवार को सदन का पहला दिन है। आज श्रद्धांजलि सभा के बाद शुरु हुई कार्रवाई के बाद प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक मोहन मरकाम ने DMF में गड़बड़ी को लेकर सवाल लगाया था। कांग्रेस सरकार ने अपनी ही सरकार के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे पर जहां जमकर चढ़ाई की, तो वहीं उनके तीखे तेवर भी नजर आए।

कांग्रेस विधायक मोहन मरकाम ने अपने गृह जिले कोंडागांव के परिपेक्ष्य में DMF से आवंटित कार्यों की जानकारी मांगी, जिस पर कृषि मंत्री ने कार्य आवंटित नहीं किए जाने की बात कहते हुए प्रश्न उपस्थित नहीं होने की बात सदन में बताते हुए प्रश्न को टालने का प्रयास किया।

इस पर कांग्रेस सदस्य मरकाम ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में DMF की बंदरबांट हो रही है। मरकाम ने किसी अधिकारी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन सीधे तौर पर कहा कि कोंडागांव में DMF को लेकर भ्रष्टाचार हो रहा है, जिसकी जांच विधानसभा समिति से कराई जानी चाहिए।

कांग्रेस सदस्य मरकाम के तीखे तेवर को देखते हुए विपक्ष को भी मामले में सरकार के खिलाफ बात रखने का भरपूर मौका मिला, जिसके चलते विपक्ष ने सदन में हंगामा शुरु कर दिया। विपक्षी सदस्यों ने कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए कृषि मंत्री से इस्तीफे की मांग शुरु कर दी।

इस बीच कांग्रेस सदस्य मरकाम ने कृषि मंत्री से सवाल किया कि मामला 7 करोड़ के भ्रष्टाचार का है, ऐसे में क्या संबंधित अधिकारी के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी। जिस पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने सदन को आश्वस्त किया कि सदस्य की मांग पर राज्य स्तरीय टीम मामले की जांच करेगी। मंत्री चौबे ने कहा कि एक माह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जाएगी।