नई दिल्ली: सोने में निवेश का शानदार मौका है। सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की चौथी किश्त लाने जा रही है। सब्सक्रिप्शन के लिए यह इश्यू 12 फरवरी से 16 फरवरी 2024 तक खुला रहेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को बताया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) सोमवार से पांच दिनों के लिए खुलेगा। गोल्ड बॉन्ड की इस किस्त का इश्यू प्राइस 6,263 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है।
आरबीआई के अनुसार, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2023-24 सीरीज-चार इस महीने की 12 तारीख से 16 तारीख तक खुली रहेगी। बॉन्ड का मूल्य 6,263 रुपये प्रति ग्राम सोना है। सरकार ने ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को अंकित मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है। ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 6,213 रुपये होगा।
कहां से खरीद सकेंगे?
SGB को अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (छोटे वित्त बैंकों, भुगतान बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), भारतीय निपटान निगम लिमिटेड (सीसीआईएल), नामित डाकघरों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड और बीएसई लिमिटेड के माध्यम से बेचा जाएगा।
कौन खरीद सकता है?
केंद्रीय बैंक भारत सरकार की तरफ से गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), ट्रस्टों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते हैं।
कितनी है सब्सक्रिप्शन की सीमा?
सब्सक्रिप्शन की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए चार किलोग्राम, एचयूएफ के लिए चार किलोग्राम और ट्रस्ट तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम प्रति वित्त वर्ष है।
क्या है लाने का मकसद?
सोने की भौतिक मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले गोल्ड बॉन्ड स्कीम नवंबर, 2015 में लाई गई थी।
क्या हैं SGB के फायदे?
SGB सरकार की ओर से जारी किए जाने वाले गोल्ड बॉन्ड हैं। ये बॉन्ड निवेशकों को सोने में निवेश करने का एक सुरक्षित और आसान तरीका प्रदान करते हैं।
SGB में निवेश करने के कई फायदे हैं:
– सोने में निवेश करने का सुरक्षित तरीका: SGB सरकार की ओर से जारी किए जाते हैं, इसलिए वे एक सुरक्षित निवेश हैं।
– सोने की कीमतों से जुड़ा रिटर्न: SGB का मूल्य सोने की कीमतों से जुड़ा होता है, इसलिए निवेशकों को सोने की कीमतों में बढ़ोतरी से लाभ होता है।
– नियमित ब्याज: SGB पर 2.50% प्रति वर्ष की दर से ब्याज मिलता है।
– टैक्स लाभ: SGB पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स नहीं लगता है।
– मैच्योरिटी पर सोना: SGB की मैच्योरिटी पर निवेशकों को सोना मिलता है।