CG: झोलाछाप डॉक्टरों पर एक्शन, 45 क्लीनिक को किया गया सील

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बिलासपुर जिले में इन दिनों मलेरिया और डायरिया का प्रकोप फैला है जिसके चलते ग्रामीण इलाकों में मरीज बड़ी संख्या में झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं। बता दे कि बीते दिनों कोटा क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से मलेरिया पीड़ित मरीज की मौत हो गई थी। इसी कड़ी में कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर जिले के सभी एसडीएम झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर दबिश देकर कार्रवाई कर रहे है। सूत्रों कि माने तो कोटा तहसील में बीती रात अवैध क्लीनिकों पर कार्रवाई की गई। जहा जांच के बाद ग्राम पीपरतराई में संचालित बंगाली दवाखाना के संचालक के पास एलोपैथी दवाईयां, इंजेक्शन पाए गए, उक्त व्यक्ति पर लगभग 6 माह पूर्व भी ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा कार्रवाई की गई थी। इसके साथ ही मस्तूरी क्षेत्र के दो डाक्टरों द्वारा मेडिकल स्टोर में ही अस्पताल संचालित किया जा रहा था। मस्तूरी और वेद परसदा में कार्रवाई करते हुए 2 डाक्टरों के क्लीनिक सील कर दिए गए हैं। वही तखतपुर क्षेत्र में एसडीएम द्वारा ग्राम सैदा, खैरी, सकर्रा, बेलमुंडी, सकरी, गनियारी, बेलपान, बीजा में संचालित अवैध क्लीनिक को सील किया गया।

इधर बिलासपुर के चांटीडीह स्थित शिव कुमार धुरी के क्लीनिक का निरीक्षण करते हुए क्लीनिक संचालक शिव कुमार धुरी ने एलोपैथी दवाईयां, इंजेक्शन रखने और इलाज करने संबंधी कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर क्लीनिक को सील किया गया। इसी तरह सेंदरी में पलाश कुमार राय के क्लिनिक में जांच की गई जहा चिकित्सा किए जाने संबंधी कोई भी प्रमाणित वैध अनुमति के दस्तावेज नहीं पाए जाने पर क्लिनिक सील किए जाने की कार्रवाई करते हुए। ग्राम सेमरताल में प्रसंजीत मलिक एवं ग्राम सेमरा में दरसराम साहू और पुष्पा साहू के क्लीनिक की जांच की गई। जहा चिकित्सा किए जाने संबंधी कोई भी प्रमाणित दस्तावेज नहीं पाए जाने पर क्लीनिक सील करने की कार्रवाई की गई। ग्राम देवरीखुर्द में बंगाली क्लीनिक का अवैध रूप से संचालित करने पर क्लीनिक को सील कर दिया गया। वही सरकंडा इमलीमाठा में अवैध क्लीनिक सील किया गया है।