रायपुर। मेडिकल कालेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर 15 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियो को रायपुर पुलिस ने कोलकाता से पकड़ा है। अन्य आरोपित हैं, जिनकी तलाश में टीम लगी है। पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह पूरे देशभर में सक्रिय है। पकड़े गए आरोपियो के पास से पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। उनके पास अलग-अलग बैंक खाते मिले हैं। इसके अलावा कई छात्रों की जानकारी भी हाथ लगी है। छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्य के छात्रों की जानकारी है। फरार आरोपियो के पकड़े जाने के बाद पता चलेगा कि कितनों के साथ ठगी की है। आरोपियो के खिलाफ तेलीबांधा थाने में मामला दर्ज है।
मेडिकल कालेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर 15 लाख की ठगी
पश्चिम बंगाल के गौरीदेवी मेडिकल कालेज दुर्गापुर में दाखिला दिलाने का झांसा देकर 15 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपियो को रायपुर पुलिस ने कोलकाता से पकड़ा है। एक अन्य आरोपि फरार है। पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह देशभर में सक्रिय है। आरोपियों से पुलिस को अलग-अलग बैंक खातों और छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्य के पीड़ित छात्रों की जानकारी मिली है। ठगों ने पश्चिम बंगाल से आकर रायपुर के मैग्नेटो माल के पास दफ्तर खोलकर ठगी को अंजाम दिया था।
मामला यह है कि कवर्धा निवासी संतोष चंद्रवंशी के बेटे अभिषेक चंद्रवंशी ने वर्ष-2020 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट दी थी। इसी दौरान अभिषेक के मोबाइल पर ब्लूबेरी सर्विस के डायरेक्टर कलपत्रु दास का फोन आया। उसने 15 लाख रुपये में गौरीदेवी मेडिकल कालेज में दाखिला दिलाने का आश्वासन दिया। अभिषेक के पिता संतोष राशि देने से पहले अपने साथियों के साथ कोलकाता गए। वहां पर कलपत्रु ने अपने दो साथी राजेश दास और संजय दास से मिलवाकर मेडिकल कालेज दिखाया।
वहां से लौटने के बाद संतोष ने धान बेचकर और उधारी लेकर कलपत्रु को 15 लाख दे दिए। बेटे का दाखिला नहीं होने पर जब जानकारी लेने कलपत्रु के आफिस पहुंचे, तो वहां ताला लगा था। संतोष ने काल किया तो कलपत्रु समेत अन्य ने रिसीव नही किया। इससे परेशान होकर संतोष ने तेलीबांधा थाने में शिकायत की। तेलीबांधा पुलिस कलपत्रु दास, राजेश दास और संजय दास के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच में जुटी थी।