रायपुर। सिपाही से साकार बाबा बने एसपी सिंह का वैभव उनके व्हाइट हाउस में देखने को मिलता है। एक हेक्टेयर क्षेत्र में बने इस परिसर में आवास के साथ आश्रम भी संचालित है। इसे किलेनुमा अंदाज में बनाया गया है। बाहरी दीवारें सफेद रंग में हैं तथा ऊंचाई इतनी है कि बाहर से कोई झांक भी न सके।
नौकरी से त्यागपत्र देने के बाद पटियाली तहसील क्षेत्र के ग्राम बहादुर नगर निवासी सूरज पाल ने पैतृक गांव में एक हेक्टेयर से अधिक भूमि पर आश्रम की स्थापना वर्ष 1992 में की। पटियाली-सिढ़पुरा मार्ग स्थित मार्ग पर आश्रम का मुख्य गेट है। आश्रम की स्थापना के साथ इनका नाम साकार विश्व हरि (भोले बाबा) हो गया।
सैकड़ों सेवादार करते हैं सहयोग
शुरुआत में आश्रम परिसर में निर्माण कम था और खुली भूमि अधिक थी। धीरे-धीरे इस परिसर में अन्य भवनों का निर्माण होता रहा। जानकार बताते हैं कि अब परिसर में विशाल रसोई गृह है। जिसमें हर माह के प्रथम मंगलवार को होने वाले विशाल सत्संग के दौरान भोजन तथा प्रसाद बनता है। सैकड़ों सेवादार इसमें सहयोग करते हैं। वहीं सत्संग भवन के साथ अतिथि गृह का भी निर्माण हो चुका है। गद्दी भवन भी बनाया गया है।
वॉच टॉवर भी बनाया
इस विशाल परिसर में हजारों लोग जमा सकते हैं। दीवारों की ऊंचाई 10 फीट के लगभग है। साथ ही विशाल प्रवेश द्वार के ऊपर वॉच टॉवर भी बनाया गया है। परिसर पूर्ण रूप से सुरक्षित बनाया गया है।
ये हुआ था वहां
उत्तर प्रदेश के हाथरस में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गयी। भगदड़ में कई लोग घायल हो गए। हादसे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री के अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती समेत अनेक लोगों ने दुख जताया है।
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना पुलराई गांव में सत्संग में हुई, जिसमें शामिल होने के लिये बड़ी संख्या में लोग आए थे। पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों तथा अन्य वाहनों में लाद कर सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया। प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोग जब आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तो उसी समय भगदड़ मची। उन्होंने बताया कि लोग एक दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। कहा यह भी जा रहा है कि पहले प्रवचनकर्ता बाबा को वहां से निकाला गया, उसके निकलते ही भगदड़ मच गयी। इस बीच, अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने भगदड़ में 116 लोगों की मौत की पुष्टि की।