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सौम्या चौरसिया के पास आय से 50 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति…EOW ने कोर्ट में 8 हजार पन्ने का पेश किया चालान….छत्तीसगढ़ के इतिहास का अब तक का सबसे अधिक आय से अधिक सम्पत्ति का केस…..

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हस्ताक्षर न्यूज. छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने एक चौंकाने वाले मामले में कोर्ट में 8,000 पेजों का मोटा चालान दाखिल किया है। इस चालान का केंद्र बिंदु राज्य प्रशासनिक सेवा की पूर्व अधिकारी सौम्या चौरसिया हैं, जिन पर अपनी सैलरी से कहीं ज्यादा 50 करोड़ रुपये की संपत्ति जुटाने का गंभीर आरोप लगा है। ईओडब्ल्यू का दावा है कि यह मामला राज्य के इतिहास का सबसे बड़ा आय-से-अधिक-संपत्ति का केस है।

सौम्या चौरसिया 2008 बैच की अधिकारी हैं, उन्होंने अपने 17 साल के सरकारी करियर में परिवार के साथ मिलकर सिर्फ 2.52 करोड़ रुपये की वैध कमाई की। लेकिन जांच में सामने आया कि उन्होंने 49.69 करोड़ रुपये की अनुचित कमाई की और इसे संपत्तियों में लगा दिया। यानी, उनकी आय से 1872 प्रतिशत ज्यादा अमीर बन गईं। खास बात यह है कि यह ज्यादातर निवेश 2019 से 2022 के बीच हुआ, जब वे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय में पदस्थ थी.

ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक सौम्या ने अपनी पहचान छिपाकर परिवार के सदस्यों और करीबियों के नाम पर करीब 45 अचल संपत्तियां खरीदीं। इनमें प्लॉट, फ्लैट और जमीनें शामिल हैं। पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 29 संपत्तियों को जब्त कर लिया था जिनकी कीमत 39 करोड़ बताई जा रही है। हाल ही में ईओडब्ल्यू ने 16 और संपत्तियों पर कुर्की का आदेश दिया जो करीब 8 करोड़ की हैं।

सौम्या का सफर बिलासपुर जिले के कलेक्टर कार्यालय से शुरू हुआ जहां वे डिप्टी कलेक्टर रहीं। 2005 से वे लेखा अधिकारी के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। लेकिन कोयला लेवी घोटाला, डीएमएफ (जिला खनिज निधि) और अन्य भ्रष्टाचार के मामलों में उनका नाम फंस गया। ईडी ने 2022 में उन्हें गिरफ्तार किया था, और बाद में ईओडब्ल्यू ने भी कार्रवाई की.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सौम्या फिलहाल बैंगलुरु में रह रही हैं और कोर्ट हियरिंग के लिए रायपुर आती रहती हैं। आय से अधिक संपत्ति के इस केस में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है। ईओडब्ल्यू ने चालान में साफ कहा है कि यह अवैध कमाई पद के दुरुपयोग से हुई।

आपको बता दें कि भ्र्ष्टाचार से जुड़े मामलों में पहले शराब घोटाला और कस्टम मिलिंग में भी बड़े अधिकारी फंसे हैं। सौम्या को जमानत मिल चुकी है लेकिन संपत्ति जब्ती और कोर्ट की आगे की सुनवाई से उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही।