रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से महज 93 किमी दूर गरियाबंद जिले की यह तस्वीर सिस्टम की बदहाली की गवाही देने के लिए काफी है। गरियाबंद से सिस्टम को आईना दिखाती एक शर्मनाक घटना सामने आयी है। बेबस पिता को अपने मासूम औलाद का शव बाइक पर ढोकर ले जाना पड़ा। अब इसे आप विभाग की बेरुखी कह लीजिये या फिर सिस्टम का निकम्मापन, लेकिन जिस किसी ने एक बाप की ऐसी बेबसी देखी, उसका कलेजा कांप उठा। दरअसल सांप के काटने से सात वर्षीय छात्र के पिता ने अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाया लेकिन सड़क जर्जर होने की वजह से वह समय पर नहीं पहुंची। तत्काल इलाज नहीं मिलने से बच्चे की मौत हो गई।
गरियाबंद जिले के तेंदूकछार गांव में एक सात साल के छात्र चन्द्रहास को जहरीले सांप ने काट लिया। अफरा-तफरी में उसके परिजनों ने एंबुलेंस को कॉल किया मगर उनके गांव से अस्पताल तक का रास्ता पगडंडी वाला और जर्जर है। एंबुलेंस के जल्द नहीं पहुंचने से घबराए पिता ने बेटे को जैसे-तैसे अस्पताल पहुंचाया। मगर देरी होने के कारण चंद्रहास की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल से ले जाने के दौरान शव वाहन भी गांव तक पहुंच नहीं पाया, जिसके बाद परिजन बाइक पर शव लेकर गये।