रायपुर। नगर निगम द्वारा खिलाड़ियों के लिए खेल मैदान उपलब्ध कराने मुंबई और गाजियाबाद की तर्ज पर लाई गई तकनीक में काम शुरू हो गया है। राजधानी में एक प्रयोग के तहत नगर निगम द्वारा एक्सप्रेस वे ओवर ब्रिज के नीचे खेल मैदान बनाया जा रहा है। निगम के अधिकारियों के मुताबिक अगर एक्सप्रेस वे के नीचे खेल मैदान का यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो आगे और भी ऐसे ही मैदान बनाए जाएंगे।
दरअसल पंडरी के पास एक्सप्रेस वे के नीचे लगभग 20 लाख रुपये की लागत से बास्केटबॉल, वॉलीबॉल और बैडमिंटन कोर्ट बनाने का काम शुरू हो गया है। निगम द्वारा एजेंसी तय कर काम शुरू करा दिया गया है। वहीं, अधिकारियों के अनुसार महीनेभर में कोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा। यहां पर दो कोर्ट बनाए जा रहे हैं, जिसमें खिलाड़ी बास्केटबॉल, बैडमिंटन और वॉलीबॉल खेल सकेंगे।
खेल मैदान की कमी होगी पूरी
शहर में बढ़ती आबादी के चलते खेल मैदान की कमी देखी जा रही है। खिलाड़ियों द्वारा भी लगातार खेल मैदानों की मांग हो रही है, वहीं वार्ड के पार्षद और अन्य जनप्रतिनिधि भी खेल के मैदानों को सहेजने और नए खेल मैदान बनाने की मांग करते आए हैं। इसी विषय को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम ने एक पहल के तहत शहर का पहला ओवर ब्रिज खेल मैदान तैयार कराने का काम शुरू कर दिया है।
अगर यह सफल रहा तो एक्सप्रेस वे के नीचे और भी ऐसे ही खेल मैदान बनाए जाएंगे। हालांकि इसमें खिलाड़ी सिर्फ बैडमिंटन, बास्केटबॉल और वालीबॉल ही खेल सकेंगे। लेकिन आगे बनाए जाने वाले मैदानों में क्रिकेट के प्रैक्टिस के मैदान भी देखे जा सकते हैं। इस पर भी निगम की टीम काम कर रही है। खिलाड़ियों को खेल मैदान की कमी पूरी कराने इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
दिन-रात खेल सकेंगे खिलाड़ी
मुंबई और गाजियाबाद की तर्ज पर अंडर ब्रिज के नीचे बनाए जा रहे इस मैदान में खिलाड़ी रात और दिन दोनों समय खेल सकेंगे। ओवरब्रिज के नीचे बनाए जा रहे इस मैदान में एक मैदान तो बैडमिंटन और बॉस्केटबाल के लिए रहेगा, वहीं दूसरा वालीबॉल के लिए बनाया जा रहा है। एक मैदान में ग्राउंड रबर और चारों ओर लोहे की जाली का घेरा रहेगा। पुल के पिलरों और स्लैब को चार रंगों से रंगा जाएगा। पिलर्स में बास्केटल सुपर स्टारों की पेंटिंग भी जाएगी। साथ ही आसपास के स्थल को खूबसूरत बनाया जाएगा।
वार्ड में नहीं था एक भी मैदान
नगर निगम रायपुर पार्षद आकाश तिवारी ने कहा, पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड में खिलाड़ियों के लिए एक भी मैदान नहीं था। वार्ड के खिलाड़ियों द्वारा लगातार मैदान की मांग की जा रही थी। नगर निगम ने मुंबई की तर्ज पर यह प्रोजेक्ट शहर में लाकर बेहतर काम किया है। इससे खिलाड़ियों को एक बड़ी सुविधा मिल सकेगी।