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हार गई टीम इंडिया, ऑस्ट्रेलिया बना क्रिकेट का विश्व विजेता

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रायपुर। ट्रेविस हेड और मानर्स लाबुशेन की दमदार पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को छह विकेट से हराते हुए वनडे वर्ल्ड कप 2023 छठी बार जीत लिया है.

Narendra Modi

भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 240 रन बनाए वहीं ऑस्ट्रेलिया की ओर से ट्रेविस हेड ने 137 रन तो मार्नस लाबुशेन ने नाबाद 58 रन बनाए और चौथे विकेट के लिए 192 रनों की साझेदारी निभाते हुए टीम को जीत दिलाई.

ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और इसके तीन बल्लेबाज़ केवल 47 रन पर आउट हो गए लेकिन इसके बाद ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन ने चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई और टीम को जीत की दहलीज तक ले गए.

इस दौरान ट्रेविस हेड ने अपना शतक पूरा किया वहीं उनके साथी बल्लेबाज़ मार्नस लाबुशेन ने भी अर्धशतक बनाया.

हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी की शुरुआत में ही तेज़ी से विकेट गंवाए. मोहम्मद शमी ने डेविड वॉर्नर को तो जसप्रीत बुमराह ने पहले मिशेल मार्श को फिर स्टीव स्मिथ को आउट किया.

शमी ने अपने पहले ओवर में ही इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल बल्लेबाज़ रहे डेविड वॉर्नर को आउट किया.
शमी की गुड लेंथ गेंद को वॉर्नर खेलना चाहते थे लेकिन उनके बैट का बाहरी किनारा लेते हुए वो स्लिप में खड़े विराट के हाथों में गई और कोहली ने कोई ग़लती नहीं की. वॉर्नर ने सात रन बनाए.

मैच के पांचवे ओवर में जसप्रीत बुमराह ने मिचेल मार्श को विकेट के पीछे आउट कर ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दिया. मार्श ने 15 रनों का योगदान दिया.

बुमराह की धीमी ऑफ़ कटर पर स्मिथ चूके और गेंद उनके पैड से टकराई. एलबीडब्ल्यू की अपील हुई और फ़ील्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया.

स्मिथ ने रिव्यू नहीं लिया और मैदान से बाहर चले गए लेकिन रिप्ल और बॉल ट्रैकिंग में दिखा गेंद ऑफ़ स्टंप्स से बाहर जा रही थी. यानी अगर स्मिथ ने डीआरएस लिया होता तो वो आउट नहीं होते.

भारत ने रखा 241 रनों का लक्ष्य
इससे पहले विराट कोहली और केएल राहुल की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने वर्ल्ड कप 2023 जीतने के लिए 241 रनों का लक्ष्य रखा.

टॉस जीत कर पैट कमिंस ने जब भारत को पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किया तो रोहित शर्मा बोले कि वे भी पहले बैटिंग ही करना चाह रहे थे. रोहित के नेतृत्व में टीम ने ज़ोरदार शुरुआत भी की लेकिन बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर सकी.

रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने भारतीय पारी की संभल कर शुरुआत की. इस दौरान शुभमन गिल को एक जीवनदान मिला लेकिन वे केवल चार रन ही बना सके. पांचवे ओवर की दूसरी गेंद पर गिल को मिचेल स्टार्क ने एडम ज़ैम्पा के हाथों कैच आउट किया.

रोहित शुरू से ही विस्फ़ोटक अंदाज में बल्लेबाज़ी कर रहे थे. वे जॉस हेज़लवुड के शुरुआती दो ओवरों में चार चौके जड़े तो मिचेल स्टार्क की गेंद पर छक्का जमाया.

7वें ओवर में स्टार्क की लगातार तीन गेंदों पर रोहित ने चौका जमा कर भारत का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया.
मैच के 10वें ओवर में मैक्सवेल की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जड़ने के बाद रोहित उनकी गुडलेंथ गेंद पर लॉन्ग ऑफ़ के ऊपर से शॉट लगाना चाहते थे लेकिन गेंद उनके बल्ले का किनारा लेते हुए कवर के इलाके में हवा में उछली.

पॉइंट पर खड़े ट्रेविस हेड ने वहां से पीछे की ओर भागना शुरू किया और एक असंभव सा दिखने वाला कैच लपक कर रोहित को पवेलियन लौटा दिया.

ट्रेविस हेड इस वर्ल्ड कप की शुरुआत में चोटिल थे. फ़िट होकर टीम में 59 गेंदों में शतक बनाकर दमदार वापसी की.

सेमीफ़ाइनल में हेड ने जहां एक ही ओवर में दो विकेट झटक कर दक्षिण अफ़्रीका को पूरी तरह बैकफ़ुट पर ढकेला वहीं बल्लेबाज़ी के दौरान एक छोर पर टिके रहे टीम की ओर से सबसे बड़ी 62 रनों की पारी खेली.

इस फ़ाइनल मुक़ाबले में भी हेड ने अपने प्रतिभा की छाप छोड़ी.

हेड ने रोहित का कैच पॉइंट से क़रीब 30 फ़ीट पीछे की ओर जाकर लपका और टीम के लिए अपने प्रदर्शन को और एक पायदान ऊपर ले गए.

क्रिकेट कमेंटेटर हर्ष भोगले ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “ऑस्ट्रेलिया दिखा रहा है कि एक बड़े दिन फ़ील्डिंग कैसे अंतर कैसे पैदा कर सकता है.”

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बैकफ़ुट पर धकेला
रोहित शर्मा 31 गेंदों पर 47 रन बना कर आउट हुए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 151.61 का रहा और उन्होंने चार चौके, तीन छक्के जड़े.

कप्तान रोहित जब तक पिच पर रहे टीम के कुल स्कोर में से 62 फ़ीसदी रन उनके बल्ले से निकले.

अगले ही ओवर में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने सेमीफ़ाइनल में शतक जमाने वाले श्रेयस अय्यर को पवेलियन लौटा कर भारतीय खेमे में खलबली मचा दी.

10 ओवरों तक आठ की औसत से खेल रही भारतीय टीम पांच गेंदों के दरम्यान मिले इन दो झटकों से बैकफ़ुट पर आ गई.

जिस भारतीय टीम ने शुरुआती 10 ओवरों में 9 चौके, तीन छक्के जड़े थे वो अगले दस ओवरों तक धीमी गति से रन केवल 35 रन ही जोड़ सकी.

तब केएल राहुल और विराट कोहली की जोड़ी पिच पर थी. आख़िरकार केएल राहुल ने मैच के 27वें ओवर में चौका जड़ कर बाउंड्री के सूखे को खत्म किया.