बताया जा रहा है कि एक मालगाड़ी और यात्री रेलगाड़ी की आमने-सामने की भिड़ंत से कई कोच रेलपटरी से बाहर हो गए। इस हादसे में दर्जनभर से ज्यादा मुसाफिर घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की स्थिति चिंताजनक है। रेलवे का बचाव दल तुरंत घटनास्थल पर पहुँचकर राहत कार्य में जुट गया है। और बचाव अभियान जारी है।
सूत्रों के अनुसार टक्कर का प्रभाव इतना तेज था कि कोच एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। खबर मिलते ही रेलवे की आपात टीम, रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुँची तथा राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।
यह हादसा हावड़ा-मुंबई रेलवे ट्रैक पर हुआ है, जो देश के सबसे अधिक व्यस्त रेल मार्गों में से एक है।
यात्री एवं उनके परिजन इन नंबरों पर संपर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । रेल प्रशासन स्थिति पर निरंतर नजर रखे हुए है और समुचित राहत, बचाव एवं सहायता सुनिश्चित कर रहा है ।
हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए। राहत और बचाव कार्य पूरे जोर-शोर से चलाए जा रहे हैं। तत्काल प्रभाव से चिकित्सा दल और मंडल स्तर के अधिकारियों को घटनास्थल भेजा गया। फिलहाल इस रूट पर सभी ट्रेनों का संचालन स्थगित कर दिया गया है। कई यात्री और मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया जा रहा है।
रेलवे का बचाव दल, आरपीएफ जवानों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस बल भी मौके पर तैनात होकर राहत कार्य में जुटा है। आपातकालीन चिकित्सा दल घायलों को प्राथमिक उपचार प्रदान कर रहे हैं। इस घटना से अन्य ट्रेनों की समय-सारणी पर भी गहरा असर पड़ा है कुछ गाड़ियां रद्द कर दी गई हैं, तो कुछ को दूसरे रास्तों से भेजा गया है।
दुर्घटना में प्रभावित व्यक्तियों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की गई है । मृतकों (casualties) के परिजनों को 10 लाख रुपए , गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 5 लाख रुपए और सामान्य रूप से घायल यात्रियों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
रेल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं तथा घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया है। रेलवे प्रशासन प्रभावित यात्रियों को हरसंभव सहायता एवं समन्वय प्रदान कर रहा है।
इस घटना की विस्तृत जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त स्तर पर कराई जाएगी, ताकि कारणों की समुचित जांच कर आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।
रेल हादसे पर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने दुःख जताया। तोखन साहू ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर कहा कि बिलासपुर में हुई कोरबा पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी की टक्कर की दुखद घटना अत्यंत व्यथित करने वाली है।इस हादसे में हुए जनहानि की सूचना से मन अत्यंत शोकाकुल है। मैं दिवंगत आत्माओं के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। रेलवे प्रशासन और स्थानीय टीमों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से जारी हैं — मैं स्वयं घटना की जानकारी निरंतर ले रहा हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को शक्ति प्रदान करें।
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि बिलासपुर जिले के लाल खदान के निकट हुए रेल हादसे में कई लोगों की मृत्यु हो जाने की घटना हृदयविदारक है। ईश्वर मृतात्माओं को शांति एवं शोक-संतप्त परिजनों को इस कठिन परिस्थिति में संबल प्रदान करें।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी दुख जताया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के पास ट्रेन दुर्घटना का समाचार अत्यंत दु:खद है। बिलासपुर जिला कलेक्टर से जानकारी लेकर उन्हें हरसंभव सहायता और राहत कार्य संबंधित निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ है। रेलवे और प्रशासन की टीमें तुरंत राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई हैं। घायलों के उपचार के लिए सभी आवश्यक संसाधन और चिकित्सा सहायता सुनिश्चित की जा रही है। राज्य सरकार पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ स्थिति पर नजर रख रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बिलासपुर के लाल खदान रेलवे स्टेशन के पास पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के टकराने की भीषण दुर्घटना का पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ। प्राप्त जानकारियों के अनुसार इस दुर्घटना में 10 यात्रियों की अकाल मृत्यु की आशंका जताई जा रही है और कई यात्रियों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना मिली है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति तथा उनके परिजनों को संबल प्रदान करें. शासन-प्रशासन से अनुरोध है कि इस भीषण दुर्घटना में घायल हुए लोगों के समुचित उपचार की व्यवस्था करते हुए, इस लापरवाही के जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।


























