15 मौतों से बिखर गए गांव के 10 परिवार : पुलिस ने हादसे को माना गैर इरादन हत्या, चश्मदीद बोले- ऐसा मंजर पहली बार देखा

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शाहजहांपुर जिले के सुनौरा-अजमतपुर गांव में शनिवार को ट्रैक्टर ट्राली हादसे में हुई 15 लोगों की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है। इस हादसे का मुख्य आरोपी 24 साल का सौरभ है। जो इस समय पुलिस हिरासत में है, आज उसे कोर्ट भेजा जाएगा। पहले पुलिस ने एफआईआर हादसे की दर्ज की। लेकिन 15 लोगों की मौत के बाद अब पुलिस गैर इरादन हत्या की धारा विवेचना में बढ़ा रही है। जबकि आरोपी सौरभ ने कहा कि हादसे के समय ट्रैक्टर मैं नहीं चला रहा था।

15 लोगों की मौत से बिखर गए 10 परिवार

सुनौरा अजमतपुर गांव में 15 लोगों की मौत से 10 परिवार बिखर गए। किसी का 10 साल का बेटा चला गया तो किसी की मासूम बेटी की मौत हो गई। मरने वालों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। 16 साल की अंशिका की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। दूसरे परिवार से 14 साल की शोभा और इसका चचेरा भाई राजन की भी मौत हो गई। दो मौत से पूरा परिवार टूट गया।

सर्वेश तिवारी के 16 साल के बेटे रंजीत की मौत हुई तो इसी परिवार की बच्ची की भी जान इस हादसे में चली गई। 7 साल के लक्ष्य की मौत के बाद परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। लक्ष्य के पिता प्रेम मोहन और अन्य लोगों ने बताया कि दस दिन पहले ही लक्ष्य का एडमिशन कराया था।

जल लाने की 2 दशक पुरानी परम्परा

शनिवार को 39 लोगों से भरी ट्रैक्टर ट्राली पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए 32 फीट गहरी नदी में गिर पड़ी। इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 24 अन्य घायल हैं। अधिकांश घायल बरेली, शाहजहांपुर ओर लखनऊ के अस्पताल में भर्ती हैं। जहां उनका इलाज हो रहा है। जिन्हें हल्की चोट लगी है वह अपने घर आ गए।

मरने वाले शाहजहांपुर जिला मुख्यालय से 24 किमी दूर सुनौरा अजमतपुर गांव के हैं। पिछले 20 साल से हर साल सुनौरा गांव में भागवत कथा का आयोजन होता है। शनिवार यानी 15 अप्रैल को गांव में भागवत कथा का आयोजन किया जाना था। इस कथा के शुरू होने से पहले गांव के करीब 75 से 80 लोग दोपहर 1 बजे दो अलग- अलग ट्रैक्टर- ट्रॉली से गर्रा नदी में जल लेने जा रहे थे।

एक ट्रैक्टर ट्राली को सौरभ चला रहा था, दूसरे ट्रैक्टर ट्राली को सुबोध तिवारी चला रहा था। गांव से करीब 5 किमी दूर सुबोध के ट्रैक्टर को ओवरटेक करते हुए सौरभ का ट्रैक्टर गर्रा नदी के पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नदी में जा गिरा। जिसमें 39 लोग ट्रैक्टर ट्राली के नीचे दब गए।

चश्मदीद बोले पहली बार ऐसा मंजर देखा

हादसे के चश्मदीद सोनू सिंह ने (21) ने बताया कि मैं भी ट्रैक्टर में सवार था। ट्रैक्टर पर कई लोग सवार थे, महिलाएं और बच्चे ट्राली में सवार थीं। मैं पिछले डाले पर सवार था। रास्ते में ट्रैक्टर अतुल चलाने लगा। जब स्पीड तेज थी तो नदी के पुल की रेलिंग से टकराया और सीधे नदी में गिर गया। ट्राली पलट गई, मैं तो निकल गया।

मैने सबसे पहले गांव में फोन किया की बहुत लोग मर गए, ट्रैक्टर ट्राली पलट गई। इस बीच दूसरे ट्रैक्टर पर सवार सुबोध और अन्य लोग भी पांच मिनट में नदी में उतर आए। लोग कराह रहे थे, किसी का हाथ दबा था था तो कोई खून से लथपथ आया। पहली बार ऐसा मंजर देखा। खूब प्रयास किए जब बहुत लोग आए तब ट्रैक्टर ट्राली के नीचे से घायलों को निकाला गया।

बच्चों को मरते अपने सामने देखा

 

इस हादसे का 25 साल का राजू भी चश्मदीद है। राजू रविवार को शवों को देखकर फूट फूटकर रोते हुए कह रहा था कि मेरा सब कुछ चला गया। राजू के परिवार की अंशिका और साजन की मौत हुई। राजू ने बताया कि अंशिका के आधा शरीर ट्राल के नीचे दबा था, ट्राली उठी नहीं। हम हाथ और पैर पकड़कर निकालने की कोशिश कर रहे थे। अंशिका की मौत मेरी आंखों के सामने हुई। भगवान के भी हाथ जोड़े कि भगवान बचा देना, लेकिन ऊपर वाले ने एक नहीं सुनी।

हादसे में इनकी हुई मौत

1. पुष्पा (50) पत्नी प्रेम सिंह

2. साजन तिवारी (16) पुत्र सर्वेश

3. कल्लू (54) पुत्र रामचंद्र

4. गोलू (10) पुत्र अशोक

5. अंशिका (18) पुत्री जितेंद्र सिंह

6. काजल (15) पुत्री सर्वेश सिंह

7. रालू (10) पुत्री विपिन सिंह

8. रूपवती (60) पत्नी आशाराम

9. शिवानी (20) पुत्री मुरारी

10. अभिनव (18) पुत्र मुरारी

11. लक्ष्य (7) पुत्र प्रेम सिंह

12. शोभा (13) पुत्री अमित कुमार

13. हर्ष (16) पुत्र प्रदीप

14. सत्या

15. एक अन्य महिला की मौत।

एसपी का बयान

एसपी संजीव कुमार बाजपेई ने बताया कि पहले तहरीर पर लापरवाही और तेज गति से ट्रैक्टर चलाने की एफआई की गई। जिसमें धारा 304 ए लगाई गई। अब इसे 304 में तरमीम किया जा रहा है। मुख्य आरोपी सौरभ को गैर इरादन हत्या की धारा बढ़ाई जा रही है। आज चालक को कोर्ट में पेश किया जाएगा।