प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी डेंटल कॉलेज में छात्रों के साथ रैगिंग, आरोपी छात्रों पर हमेशा के लिए हॉस्टल आने पर लगा बैन

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रायपुर । राजधानी के शासकीय डेंटल कालेज के बीडीएस प्रथम वर्ष के छह छात्रों से रैगिंग का मामला सामने आया है। एंटी रैगिंग कमेटी की जांच के बाद प्राचार्य ने इंटर्नशिप करने वाले छात्र निखिल आनंद और अमित खरे को तीन माह तथा आयुष मालेवार को डेढ़ माह के लिए सस्पेंड कर दिया है। निखिल और अमित के हास्टल व कालेज में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। दोनों छात्र हास्टल में रखकर इंटर्नशिप कर रहे थे, जबकि आयुष बाहर रहता है।

प्राचार्य ने स्वजन की मौजूदगी में दोषी छात्रों से शपथ पत्र भरवाकर चेतावनी दी है कि दोबारा ऐसा करते पाए जाने पर कालेज से निष्कासित करने की कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित छात्रों ने प्राचार्य से रैंगिग की लिखित शिकायत की थी। गौरतलब है कि चार साल के बीडीएस कोर्स पूरा करने के बाद एक साल का इंटर्नशिप की जाती है।

हास्टल में देर रात की मारपीट
छह अगस्त की रात करीब एक बजे हास्टल में रहने वाले सीनियरों ने जूनियरों को कमरे से बाहर बुलाया। छह छात्रों ने विरोध किया तो सीनियर्स गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद हास्टल के अंदर छात्रों को आरोपितों ने घेर लिया और उनके साथ मारपीट की। सीनियरों के भय का अनुमान इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पीड़ित छात्र शिकायत करने को तैयार नहीं हो रहे थे।

घटना के एक-दो दिनों बाद दो छात्रों ने प्राचार्य से लिखित शिकायत की। प्राचार्य के निर्देश पर कालेज की तरफ से गठित एंटी रैगिंग स्क्वायड कमेटी मामले की जांच कर रही थी। स्क्वायड कमेटी की रिपोर्ट के बाद बुधवार को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक हुई, जिसमें दोषी छात्रों पर कार्रवाई की गई।

डेंटल कालेज के प्राचार्य डा विरेंद्र वाढेर ने कहा कि रैगिंग के दोषी छात्रों को सस्पेंड किया गया है। रैगिंग कमेटी की बैठक में दोषी छात्रों के स्वजन को भी बुलाया गया था। रैगिंग की शिकायत मिलने के तीन दिनों के भीतर जांच पूरी हो जाती है, लेकिन छुटि्टयां होने की वजह से जांच व कार्रवाई में देरी हुई है।

 

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