उत्तरी अटलांटिक में डूबे टाइटैनिक के मलबे को देखने गई लापता पनडुब्बी टाइटन को लेकर बड़ी खबर आई है. इस पनडुब्बी में सवार सभी 5 लोगों की दु:खद मौत होने की सूचना है. अमेरिकी कोस्ट गार्ड को सर्च ऑपरेशन में टाइटैनिक जहाज के पास लापता पनडुब्बी टाइटन का मलबा मिला है. यूएस कोस्ट गार्ड ने इस बाबत जानकारी भी दी है. इस पनडुब्बी में भयावह विस्फोट होने की बात भी कही गई है.
बताते चलें कि टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए रविवार को यात्रा पर रवाना हुई पनडुब्बी के लापता होने के बाद उसमें ऑक्सीजन उपलब्धता की 96 घंटे की महत्वपूर्ण समय सीमा बृहस्पतिवार को पार हो गई. ‘टाइटन’ नाम की इस पनडुब्बी में 5 लोग सवार थे. अब इन सभी की मौत की पुष्टि की जा चुकी है. और कोस्ट गार्ड ने टाइटन पनडुब्बी का मलबा मिलने की बात भी कही है.
यूएस कोस्ट गार्ड के मुताबिक मलबा मिलने के बाद विशेषज्ञों की टीम इसकी जांच में जुट गई है. मालूम हो कि एक कनाडाई जहाज में तैनात रोबोट ने गहरे समुद्र में गुरुवार सुबह पनडुब्बी के मलबे की खोज की थी.
यूएस कोस्ट गार्ड के रियर एडमिरल जॉन माउगर ने कहा कि टाइटन पनडुब्बी की खोज के दौरान लगाए गए यंत्रों में धमाकों की आवाज नहीं सुनाई दी, जिससे माना जाता है कि पनडुब्बी में सवार सभी यात्रियों की मौत हो गई है. माउगर ने कहा कि जब हम तलाशी अभियान चला रहे थे तो हमारे पास पानी में सुनने के पूरे उपकरण थे. हालांकि, उपकरण में धमाकों की आवाज नहीं सुनाई दी. उन्होंने कहा कि हम वहां मिली जानकारी को एकत्र करना जारी रखेंगे.
पायलट वेंडी चला रही थीं पनडुब्बी
पनडुब्बी संचालक कंपनी ओसिएनगेट ने अपने एक बयान में कहा कि कंपनी के सीईओ स्टॉकटन रश सहित सवार सभी 5 लोगों की मौत हो गई है. मालूम हो कि लापता पनडुब्बी में ब्रिटिश व्यवसायी हामिश हार्डिंग, ब्रिटिश-पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद और उनका बेटा सुलेमान सहित कुल 5 लोग सवार थे. पनडुब्बी को पायलट वेंडी चला रही थीं. वह खुदरा व्यापार के दिग्गज उन इसिडोर स्ट्रास और उनकी पत्नी इडा की परपोती हैं, जिनकी 14 अप्रैल 1912 को टाइटैनिक हादसे में मौत हो गई थी.
मालूम हो कि अमेरिकी तटरक्षक, कनाडाई सैन्य विमान, फ्रांसीसी जहाज और टेलीगाइडेड रोबोट ने तलाशी अभियान चलाया था. अमेरिकी तटरक्षक बल व कंपनी की ओर से बताया गया कि पनडुब्बी से स्थानीय समयानुसार रविवार सुबह छह बजे जब संपर्क टूटा था, उस समय उसमें 4 दिन की आक्सीजन थी.
15 अप्रैल, 1912 में डूबा था टाइटैनिक
बताते चलें कि आरएमएस टाइटैनिक साउथेम्प्टन से न्यूयॉर्क शहर की अपनी पहली यात्रा के 4 दिन बाद 15 अप्रैल 1912 की सुबह उत्तरी अटलांटिक महासागर में डूब गया था. उस समय सेवा में सबसे बड़े महासागर लाइनर, टाइटैनिक में करीब 2,224 लोग सवार थे. इसमें करीब 1,500 से अधिक लोगों की मौत हो गई. यह जहाज एक हिमखंड से टकरा गया था और 3 घंटे से भी कम समय में यह डूब गया. इस घटना को इतिहास में शांतिकाल की सबसे बड़ी समुद्री आपदाओं में से एक माना गया है. इसको 1985 में खोजा गया था और यह समुद्री विशेषज्ञों और पानी के नीचे के पर्यटकों के लिए एक आकर्षण बना हुआ है.