मुंबई। भारतीय शेयर बाजारों में आज 15 अप्रैल को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों शुरुआती कारोबार में 2% से ज्यादा उछल गए। ग्लोबल मार्केट्स से मिले मजबूत संकेतों और इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों पर अमेरिकी टैरिफ में अस्थायी राहत से निवेशकों का मनोबल ऊंचा हुआ और उन्होंने आज जमकर खरीदारी की। बैंकिंग, ऑटो और आईटी शेयरों में सबसे अधिक तेजी देखने को मिली
सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू करीब 9 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 410.56 लाख करोड़ पर पहुंच गई।
कारोबार के दौरान, BSE सेंसेक्स में BSE सेंसेक्स में 1,750 अंकों (2.32%) की तेजी आई और यह दिन के उच्चतम स्तर 76,907 तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी-50 इंडेक्स 540 अंक या 2.36% की तेजी के साथ 23,368 के स्तर तक पहुंच गया। आइए जानते हैं कि शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे 4 सबसे बड़े कारण क्या रहे-
1. ट्रंप के टैरिफ राहत ने बढ़ाया बाजार का जोश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को चीन से आयात होने वाले स्मार्टफोन, लैपटॉप और पीसी जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर लगाए 125% टैरिफ से अस्थायी छूट देने का ऐलान किया। साथ ही, उन्होंने बाकी देशों से आने वाले इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर लगाए 10% टैरिफ में भी राहत देने की बात कही। इसके अलावा, उन्होंने ऑटो सेक्टर को भी आने वाले दिनों में टैरिफ राहत देने के संकेत दिए है। इसके चलते इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटो सेक्टर से जुड़े शेयरों में आज शानदार तेजी देखने को मिली।
हालांकि, ट्रंप ने एक दिन बाद ही यह भी साफ किया कि ये राहत अस्थायी है और इन सामानों को “दूसरे टैरिफ बकेट” में शिफ्टकिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने इसी हफ्ते सेमीकंडक्टर पर नए टैरिफ के ऐलान की भी बात कही।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विकास जैन ने कहा, “अमेरिकी सरकार ने रेसिप्रोकल टैरिफ से कंप्यूटर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक्स को बाहर रखने का फैसला किया है, जिसके बाद ग्लोबल मार्केट्स में शुक्रवार और सोमवार को 3–4% की तेजी देखने को मिली। इस कदम को चीन के प्रति अमेरिकी रुख में नरमी के रूप में देखा जा रहा है। इससे ग्लोबल स्तर पर ट्रेड वार से जुड़ी चिंताओं को कम करने में मदद मिली है।”
रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विकास जैन ने कहा, “मार्केट के सेंटीमेंट को तब और मजबूती मिली, जब ट्रंप ने सोमवार को कहा कि वह इंपोर्टेड वाहनों और ऑटो पार्ट्स के लिए टैरिफ में छूट पर विचार कर रहे हैं। पिछले सप्ताह उन्होंने चीन को छोड़कर सभी देशों के लिए टैरिफ पर 90 दिनों की रोक की भी घोषणा की थी। यह संकेत है कि अमेरिका बाकी देशों से व्यापार पर बातचीत के लिए दरवाजे खोल रहा है।”
2. ग्लोबल मार्केट्स से मजबूत संकेत
टैरिफ राहत के ऐलान के बाद अमेरिकी शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिली। खासतौर से एपल जैसे टेक शेयरों में मजबूत उछाल दिखी। अमेरिकी शेयर बाजार का प्रमुख इंडेक्स, डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 312.08 अंक या 0.78 प्रतिशत बढ़कर 40,524.79 पर पहुंच गया। S&P 500 इंडेक्स में 0.79 प्रतिशत और नैस्डैक कंपोजिट में 0.64 प्रतिशत की उछाल आई।
एशियाई बाजारों में भी तेजी का रुख रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स, जापान का निक्केई और हांगकांग के हैंगसेंग हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। हालांकि शंघाई SSE कंपोजिट इंडेक्स थोड़ा कमजोर रहा।
3. भारतीय रुपये में मजबूती
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 39 पैसे बढ़कर 85.71 के स्तर पर पहुंच गया। फॉरेक्स ट्रेडर्स ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी, डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट से भारतीय रुपया मजबूत हुआ है।
4. VIX में गिरावट
शेयर बाजार में मौजूद अस्थिरता का संकेत देने वाला इंडेक्स, इंडिया VIX 16.6% गिरकर 16.77 पर आ गया। यह संकेत करता है कि ट्रेडर्स की घबराहट में कमी आई है।
5. हैवीवेट शेयरों ने की तेजी की अगुआई
टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टूब्रो (L&T) और इंडसइंड बैंक जैसे लार्जकैप शेयरों में आज भारी खरीदारी देखी गई। निफ्टी बैंक इंडेक्स 2.35 प्रतिशत बढ़कर 52,000 अंक को पार कर गया। HDFC बैंक और ICICI बैंक जैसे प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में 3 फीसदी तक की उछाल देखी गई। यह उछाल जेफरीज की एक रिपोर्ट के बाद आई, जिसमें उसने घटती डिपॉजिट दरों को बैकिंग सेक्टर के पॉजिटव बताया है।
टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
एंजेल वन के टेक्निकल और डेरिवेटिव रिसर्च हेड समीत चव्हाण ने बताया, “निफ्टी के लिए आने वाले दिनों में 22,600-22,500 का स्तर सपोर्ट की तरह काम करेगा। अगर बाजार में गिरावट आती है तो 22,200-22,000 का स्तर अगला प्रमुख सपोर्ट रहेगा। ऊपर की ओर देखें तो 23,000 और फिर 23,200-23,300 एक अहम रेजिस्टेंस जोन हो सकता है।”