रायपुर । छत्तीसगढ़ के शराब और स्टील कारोबारियों के घरों और उनके कई ठिकानों पर बुधवार को रेड पड़ी। IT रेड कंडक्ट करने मंगलवार की रात को ही रायपुर और रायगढ़ के इलाकों में अफसर घूम रहे थे। बुधवार को सुबह 5 बजे दर्जनों अफसरों की टीमों ने कारोबारियों के एक साथ कई जगहों पर कार्रवाई की है।
सुबह-सुबह अधिकारी कारोबारियों के घर पहुंच गए। परिजनों को एक जगह पर बंद कर दिया। अंदर तलाशी शुरू कर दी गई। बाहर CRPF के लोगों को तैनात कर दिया गया। जिनके घर छापे पड़े उनमें रायपुर में शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया के कटोरा तालाब स्थित घर और ठिकाने पर छापे मारे गए हैं। शराब कारोबारी भाटिया के यहां दो साल पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। बताया जा रहा है कि दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मामलों में शराब कारोबारी पर कार्रवाई की गई है।
रायपुर के ऐश्वर्या किंगडम में आरके गुप्ता और उरला के लविस्ता में स्टील एंड पावर फैक्टी कारोबारी रामदास अग्रवाल उनके पुत्र सुनील व अनिल के यहां इनकम टैक्स की टीम ने एक साथ छापा मारा है।
इसके अलावा रायगढ़ में तड़के करीब 4:30 बजे इनकम टैक्स की टीम ने एक साथ ठेकेदार सुनील रामदास अग्रवाल, खरसिया के ठेकेदार मुकेश अग्रवाल, जूदेव के करीबी माने जाने वाले रायगढ़ के नटवर रतेरिया, कोल ट्रांसपोर्टर आकाश जिंदल और CA अनिल अग्रवाल के घर और दफ्तर पर कार्रवाई की है।
रायगढ़ के कारोबारी सुनील और सुशील अग्रवाल के फ्रेंड्स कॉलोनी और चांदनी चौक स्थित घर-दफ्तरों पर छापा पड़ा। सुशील अभी चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। उनका रोड और रेलवे में कंस्ट्रक्शन से जुड़े काम करने के साथ स्पंज इंडस्ट्री सहित दूसरे कारोबार में निवेश है। वे पीएमजीएसवाई और पीडब्ल्यूडी के बड़े ठेकेदार हैं।
खरसिया के सुभाष अग्रवाल रेंगालपाली से बिलासपुर की हाइवे सड़क का कुछ हिस्सा अभी बना रहे हैं। रायपुर से धमतरी तक नेशनल हाइवे सड़क बनाने के बड़े कांट्रैक्टर का काम भी कर रहे हैं। पीडब्ल्यूडी की सड़कों का ठेका लेते हैं। प्रदेश के दूसरे जिलों में भी इनकी फर्म काम करती है। खरसिया में श्याम मंदिर के नजदीक इनके घर पर छापा पड़ा। सालभर पहले सुभाष भी रायपुर में शिफ्ट हो चुके हैं।
कारोबारी के चार्टर्ड अकाउंटेंट के घर पर भी छापा- रोड कंस्ट्रक्शन कांट्रैक्टर सुनील और सुशील के चार्टर्ड अकाउंटेंट अनिल अग्रवाल के घर पर भी आयकर की टीम ने दबिश दी है। वे कुछ दिन पहले ही गौरीशंकर मंदिर रोड से रायपुर शिफ्ट हुए हैं। अनिल कई बड़े कारोबारियों के चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। रायपुर स्थित उनके घर पर भी छापा पड़ा। इन सभी कारोबारियों का कांग्रेस और भाजपा नेताओं से ताल्लुक रहा है। पार्टी की गतिविधियों में इनका लेन-देन होने की चर्चा है।
ये मिला कारोबारियांे के घर
रायपुर और रायगढ़ के ठिकानों मंे जांच के दौरान आईटी टीम को करोड़ों रुपए के कर चोरी के सबूत मिले हैं। कई फर्जी बिल, करोड़ों की ज्वेलरी, प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। कुछ पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क भी मिलीं जिनमें कारोबारियों के अवैध लेन-देन के सबूत हो सकते हैं। कारोबारियों ने अपनी काली कमाई के कई दस्तावेज अन्य कर्मचारियों के ठिकानों में छुपा रखे थे वो भी बरामद किए गए हैं। पिछले 24 घंटों से आईटी की टीम कारोबारियों के घरों मंे जमी हुुई है। उम्मीद है कि ये छापा और जांच दो तीन दिनों तक चल सकता है ।
मैंने तो पहले ही कहा था
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन छापों को लेकर कहा कि मैंने तो पहले ही बता दिया था कि प्रदेश मंे इस तरह की कार्रवाई होगी। पीछे-पीछे ED भी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों को डराने के लिए ये कार्रवाई कराती है। इसमें कांग्रेस शासित प्रदेशों में कार्रवाई अधिक हो रही है।
‘केंद्र सरकार के तीन जमाई, IT, ED और CBI’
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, खबर है कि प्रदेश के कुछ कारोबारियों के घर IT की रेड है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। अब तो ये नारा आम लोगों की जुबान पर है कि मोदी सरकार के तीन जमाई, IT, ED और CBI । जब से मोदी सरकार सत्ता में है बीते 8 सालों में इन संस्थाओं का राजनीतिक दुरुपयोग ही हो रहा है।