विधानसभा में तीसरे दिन उठा हसदेव अभ्यारण में पेड़ों की कटाई का मुद्दा, विपक्ष ने किया जमकर हंगामा

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रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है. विधानसभा के तीसरे दिन की कार्यवाही में तेलीबांधा से वीआईपी सड़क के सौंदर्यीकरण में गड़बड़ी के मुद्दा उठे पर जमकर हंगामा हुआ. उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने माना गड़बड़ी हुई है और जांच समिति बनाकर जांच की बात कही. उन्होंने कहा कि नगर निगम ने निर्माण नहीं किया. सदन में घोषणा करते हैं, उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर इस मामले की जांच कराएंगे. तो वहीं तखतपुर विधायक ने जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाया. इस पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि अव्यवस्था थी. सरकार व्यवस्था बनाने सुनिश्चित कर रही है. तो वहीं विपक्ष ने सदन में हसदेव अभ्यारण में पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाया. विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव देकर चर्चा की मांग की. इस दौरान विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया. फिर सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.

नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरणदास महंत ने कहा कि हसदेव क्षेत्र में सभी कोल ब्लॉक रद्द करने को लेकर इस सदन में ही संकल्प पारित किया गया था. केंद्र सरकार को पत्र प्रेषित किया गया था. इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. सरकार बनने और मुख्यमंत्री बनने के पहले वन विभाग ने हसदेव में पेड़ काटने की अनुमति दे दी. 15 हज़ार 307 पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई है. विधानसभा ने अशासकीय संकल्प पारित कर दिया था. इसके बाद भी इस तरह का आदेश जारी करना दुखद है. ये गंभीर समस्या है. हसदेव ख़त्म होने से बांगो बांध ख़त्म हो जाएगा. वन खत्म हो जाएंगे.

भूपेश बघेल ने कहा कि इसी सदन में सर्व सम्मति से अशासकीय संकल्प पारित किया गया था. इसके बाद भी कटाई की अनुमति दे दी गई. ये कौन सी अदृश्य शक्ति है जिसमें पेड़ों की कटाई की अनुमति दे दी गई. इससे वन्यजीव प्रभावित होंगे. वहां के आदिवासी प्रभावित होंगे. बांगो बांध प्रभावित होने की वजह से कई जिले सिंचाई से प्रभावित होगा. तो वहीं कांग्रेस के विधायक कुंवर निषाद और विक्रम मंडावी ने कहा कि जंगल खत्म होने से जीवन प्रभावित होगा. हसदेव में हाथी मानव द्वन्द चल रहा है. हसदेव क्षेत्र के आदिवासी अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं. आदिवासियों के जल जंगल और ज़मीन पर खतरा मंडरा रहा है.