छत्तीसगढ़ में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र, पश्चिमी विक्षोभ और देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय चक्रवातीय परिसंचरण के चलते प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में गरज-चमक, तेज हवा और हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की है. हालांकि तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होने वाला है, लेकिन गर्मी से कुछ राहत जरूर मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और इसके आसपास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे संबंधित ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल तक विस्तारित है. यह सिस्टम उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर होकर मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा.
एक पश्चिमी विक्षोभ 68° पूर्व देशांतर और 28° उत्तर अक्षांश के समीप स्थित है. यह विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तर पर एक द्रोणिका के रूप में सक्रिय है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक विस्तारित है. वहीं, राजस्थान से मराठवाड़ा तक एक और द्रोणिका 0.9 किमी की ऊंचाई तक फैली हुई है, जिससे निचले स्तरों पर नमी की आपूर्ति हो रही है.
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार, 11 अप्रैल को प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकती हैं. साथ ही एक-दो स्थानों पर अंधड़ चलने और वज्रपात की भी संभावना बनी हुई है. आने वाले पांच दिनों में भी राज्य के कुछ हिस्सों में बादल गरजने, तेज हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है.
प्रदेश में अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन अगले दो दिनों तक गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. पिछले 24 घंटों में भी कुछ स्थानों पर बहुत हल्की बारिश दर्ज की गई.