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देश मे कुशल युवाओं की राजधानी बन सकता है छत्तीसगढ़, कौशल विकास पर हुआ कॉन्क्लेव

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रायपुर। कौशल में गुणवत्ता विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप के साथ-साथ CxO कॉन्क्लेव, छत्तीसगढ़ 2022 का आयोजन किया गया। न्यू सर्किट हाउस में अयोजित वर्कशॉप में प्रमुख सचिव कौशल विकास तकनीकी शिक्षा एवं रोज़गार डॉ. आलोक शुक्ला ने उपस्थित पैनलिस्ट से चर्चा के दौरान आवश्कता के अनुरूप प्रक्रियाओं में सुधार पर विचार के निर्देश दिए।

कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए सचिव, कौशल विकास विभाग, डॉ. सी. आर. प्रसन्ना ने कहा कि प्रदेश में हो रहे औद्योगिकरण के मुकाबले कुशल कामगार उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों में मशीनों का प्रयोग बढ़ रहा है। उन्हें सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति प्राप्त नहीं हो रही है। इसके लिए कुशल जनशक्ति की आवश्यकता है। सचिव तकनिकी शिक्षा एवं रोज़गार विभाग श्रीमती आर. संगीता ने उद्योगों की मांग के अनुरूप कुशल जनशक्ति तैयार करने के लिए उद्योगों की भागीदारी पर बल दिया। वर्कशाप के प्रारंभ में छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं मिशन संचालक, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, श्री अवनीश कुमार शरण द्वारा राज्य में कौशल विकास के क्षेत्र में किये गये विभिन्न नवाचारों से अवगत कराया गया। नवचारों में ज़िला स्तर पर रोज़गार सर्वे, प्रशिक्षण पूर्व व्यक्तिगत काउंसलिंग, प्रशिक्षकों का प्रमाणीकरण (ToT), कौशल प्रशिक्षण केंद्र में प्लेसमेंट ऑफिसर की अनिवार्यता, ऑन जॉब ट्रेनिंग, प्रशिक्षण केंद्रों उपस्थिति की मॉनिटरिंग हेतु बायोमेट्रिक सिस्टम, प्रशिक्षण केंद्रों में आईपी आधारित सीसीटीवी कैमरे की अनियार्यता, रोज़गार संगी मोबाइल ऐप का निर्माण, राज्य स्तर के कॉल सेंटर की स्थापना तथा रोज़गार मेले का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम के दौरान DDU-GKY द्वारा प्रशिक्षित युवाओं ने प्रशिक्षण के बाद नौकरी करने और इससे उन्हें मिली आर्थिक आज़ादी के अपने अनुभव साझा किए। गरियाबंद के उमाकांत ने कहा कि मुझे एक उम्र के बाद लगने लगा था कि अब आगे क्या करना है। DDU-GKY से मिली ट्रेनिंग से उन्हें एक अच्छी नौकरी मिली बल्कि वो अपने परिवार की भी मदद कर पा रहे हैं।

कौशल विकास में आ रही मुश्किलों और उनके समाधान पर सुझाव, उपायों पर कौशल विकास से जुड़े एक्सपर्ट पैनल के माध्यम से दो सत्रों में चर्चा हुई। पहले सत्र में मूल्यांकन और प्रमाणन की गुणवत्ता, उद्योग में कौशल 4.0, आजीवन सीखना और निरंतर मूल्यांकन विषय पर विषय पर चर्चा में संदीप शर्मा (AVP,Babylon capital) चिन्मॉय दावड़ा, मैनेजिंग डायरेक्टर (Chinmoy Builders,) प्रशांत सिन्हा, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (pwc), शशांक रस्तोगी, चेयरमैन, PHD चैंबर ऑफ कॉमर्स ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन मीमो प्रसाद बंजारे, Dy. CEO, CSSDA ने किया।

दूसरे सत्र में ग्लोबल मार्केट के लिए सर्टिफाइड वर्कर्स, ओजेटी, अप्रेंटिसशिप और स्किलिंग की भर्ती विषय चर्चा की गई। चर्चा में अनिरुद्ध भंजो, (एजीएम, एच.आर), पवन अग्रवाल, (चेयरमैन, स्मार्ट स्किल्स), कौशिक डे (एसोसिएट डायरेक्टर, pwc), पारुल ( नेशनल हेड, शाही एक्सपोर्ट), डॉ. अजीत (CII) ने सुझाव दिए। कार्यक्रम का संचालन रश्मिरंजन मोहापात्रा ( टीम लीडर, STSA, CGSRLM) ने किया।