रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में झारखंड के विधायक लाए जा रहे हैं। झारखंड में सियासी संकट है। इसलिए रायपुर में प्रदेश के सबसे महंग रिजॉर्ट में दो दिन विधायकों का सेवा सत्कार होगा। नवा रायपुर के जिस रिजॉर्ट में विधायकों को रुकवाया जा रहा है वहां का बेसिक किराया 12 हजार रुपए प्रतिदिन से शुरू होता है। जाहिर है बेसिक कमरों में तो विधायक रहेंगे नहीं।
झारखंड से रायपुर लाए जा रहे विधायकों की संख्या 32 है। इनमें इनमें कांग्रेस से 12, JMM के19 और राजद के 1 विधायक शामिल हैं। इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और संतोष पांडे रायपुर जा रहे हैं।
क्यों मचा है झाखंड मंे बवाल
खबरों के मुताबिक भारत के चुनाव आयोग ने झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को बंद लिफाफे में एक चिट्ठी भेजी है. दिल्ली से चली वह चिट्ठी 25 अगस्त की सुबह रांची पहुंची. आयोग ने इस चिट्ठी में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रदद् करने की सिफारिश की है. अब राज्यपाल को इस मसले पर अंतिम निर्णय लेना है. वे अपने निर्णय से चुनाव आयोग को अवगत कराएंगे, ताकि वहां से हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने का गजट नोटिफिकेशन जारी किया जा सके. फिर यह नोटिफिकेशन झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष को भेजा जाएगा. उसके बाद हेमंत सोरेन विधायक नहीं रहेंगे. क्योंकि, वे मुख्यमंत्री हैं और इसके लिए उनका विधायक होना ज़रूरी है, लिहाजा उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. इस प्रकार उनकी सरकार गिर जाएगी। इस परिस्थिति से निपटने अपने पक्ष के विधायकों को सोरेन गुप्त जगहें जो कि सार्वजनिक हो चुकी हैं वहां भेज रहे हैं।