सुकमा में जवानों ने ढूंढी नक्सलियों की हथियार फैक्ट्री, सुरंग में बना रखा था अंडरग्राउंड ठिकाना

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सुकमा- बीजापुर: एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. सुकमा और बीजापुर के बार्डर एरिया में माओवादियों की सुरंग मिली है. जवान जब नक्सलियों के बनाए सुरंग में पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. सुरंग में बम और बंदकें बनाने की पूरी फैक्ट्री नक्सलियों ने लगा रखी थी. फोर्स को सर्चिंग के दौरान ये सुरंग सुकमा और बीजापुर के बीच में तुमरेल और तलपेरु नदी के किनारे मिली है.

सुरंग में नक्सलियों की हथियार फैक्ट्री

सुकमा डीआरजी के जवान जब सुरंग के भीतर टॉर्च की रोशनी में पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. सुरंग के भीतर पूरा का पूरा एक कमरा बना हुआ मिला. कमरे के भीतर कई तरह की लेथ मशीनें लगी हुई मिली. लेथ मशीनों के जरिए हथियार बनाने का यहां काम किया जा रहा था. सुरंग के भीतर से डीआरजी जवानों को कई हथियार और बम भी मिले हैं. सुरंग में कई बॉटल बम बनाकर रखे गए थे. हथियार और बम बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामान भी बरामद किए गए. कांच की बोतलों में बमों को बनाए जाने की खबर लंबे वक्त से फोर्स को मिल रही थी.

देशी बीजीएल और लोहे के कारतूस

सुरंग में जांच के दौरान ये भी खुलासा हुआ कि नक्सली बड़ी संख्या में देशी बीजीएल और लोहे से बने कारतूस बना रहे हैं. बीते दिनों ईटीवी भारत की टीम ने एनकाउंटर वाली जगह से लोहे के कारतूस और बीजीएल सेल की तस्वीरें दिखाई थी. ये पहली बार नहीं है जब नक्सलियों की फैक्ट्री जंगल में मिली है. इससे पहले भी जंगल के भीतर से नक्सलियों की लगाई लेथ मशीन पुलिस ने बरामद की है.

मुख्यमंत्री की माओवादियों से अपील

विष्णु देव साय ने माओवादियों से अपील करते हुए कहा कि वो हथियार छोड़ दें. मुख्यधार में शामिल होकर आम ग्रामीण की तरह जिंदगी बिताएं. साय ने कहा कि हिंसा के रास्ते पर चलकर किसी भी समस्या का समाधान नहीं निकलने वाला है. हिंसा से बस्तर का विकास रुकेगा और आपका और आपके परिवार का भी भविष्य बर्बाद हो जाएगा.

अमित शाह ने दी 2026 की डेडलाइन

अमित शाह ने अपने बस्तर दौरे पर कहा था कि साल 2026 तक माओवाद पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. नक्सली या तो हथियार डाल दें या फिर बहादुर जवानों की गोली का सामना करने के लिए तैयार रहें. गृहमंत्री ने कहा था कि जब वो साल 2026 में आएंगे तब माओवाद समाप्त हो चुका होगा.

लोन वर्राटू और नियद नेल्लानार

माओवादियों के पुनर्वास के लिए सरकार ने दो योजनाएं चलाई हैं. पहली नियद नेल्लानार और दूसरी लोन वर्राटू. दोनों योजनाओं के तहत सरेंडर करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए नकद राशि के साथ साथ कई सुविधाएं दी जाती हैं. डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों को हर महीने 10 हजार देने का भी ऐलान किया है.