बांग्लादेश का सोना कोलकाता के रास्ते आता है रायपुर, स्मगलिंग का सोना खरीदते है सुमित और सहेली ज्वेलर्स जैसे बड़े सुनार, ED की जांच में बड़े खुलासे, कुछ लोगों की प्रॉपर्टी भी सीज

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हस्ताक्षर न्यूज. रायपुर ईडी ने सोना तस्करी सिंडिकेट केस में कार्रवाई शुरू करते हुए दो लोगों की 3.76 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की है।

सचिन केदार और पुरुषोत्तम कवले को ईडी ने गोल्ड स्मगलिंग सिंडिकेट की अहम कड़ी बताते हुए प्रॉपर्टी सीज़ की है। रायपुर के लिए ईडी की यह जांच इसलिए भी अहम है, क्योंकि स्मगलिंग का सोना खरीदने वालों में रायपुर के बड़े ज्वेलर्स भी हैं। ईडी के अनुसार जिन लोगों को यह सोना बेचा गया, उनमें यहां के सुनील कुमार जैन (सहेली ज्वेलर्स), प्रकाश सांखला (नवकार ज्वेलर्स), सुमीत ज्वेलर्स, पुरुषोत्तम कवले (सागर ज्वेलर्स) और धीरज बैद शामिल हैं।

गोल्ड स्मगलिंग सिंडिकेट का भंडाफोड़ डायरेक्टर ऑफ़ रेवन्यू इंटेलिजेंस ने एक सिंडिकेट मेंबर के पकड़े जाने के बाद किया था। तब पकड़ा गया सोना बांग्लादेश बॉर्डर से निकालकर कोलकाता लाया गया और रायपुर भेजा जा रहा था। डीआरआई ने इस मामले में केस रजिस्टर किया था। इस केस में गोल्ड को मिलाकर 246 करोड़ रुपए से ज़्यादा की संपत्ति का अनुमान है।

ईडी के मुताबिक़ इसका मास्टरमाइंड विजय बैद उर्फ विक्की है। जांच के अनुसार सचिन केदार ने विजय बैद के निर्देश पर कोलकाता से रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, नागपुर और मुंबई तक विदेशी सोने की तस्करी की। यह सोना भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए लाया गया था। इसके बाद इसे रायपुर के नामचीन ज्वैलर्स को बेचा गया था।