चैतन्य को बीजेपी ने बनाया नेता…तोहफ़े में भूपेश को मिला राजनीतिक उत्तराधिकारी….inside story by Nishchay Kumar…

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हस्ताक्षर न्यूज. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजनीतिक उत्तराधिकारी मिल गया है. भूपेश बघेल को अपने सुपुत्र चैतन्य बघेल के पोलिटिकल करिअर की लांचिंग करने की जरुरत ही नहीं पडी. एक तरह से थाली में परोस कर तोहफे के रुप में बीजेपी ने चैतन्य के पोलिटिकल करिअर का आगाज़ कर दिया है.

राजनीतिक पंडितों का कहना है कि राजनीतिक व्यक्ति या उसके परिवार का कोई भी सदस्य अगर राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वज़ह से गिरफ्तार होता है और जेल का रुख करता है तो उसके राजनीतिक कैरियर की शुरुआत हो रही है. जिस तरह से चैतन्य बघेल को ED ने अचानक उसके जन्मदिन के दिन हिरासत में लिया और बाद में गिरफ़्तार करके कोर्ट से रिमांड में ले लिया, उससे चैतन्य को ना सिर्फ छत्तीसगढ़ ब्लकि देश भर मे हाउस होल्ड नेम….बना दिया. भूपेश बघेल को अपने सुपुत्र को लॉन्च करने की जरूरत ही नहीं पडी. अब अगले विधान सभा चुनाव में कॉंग्रेस से टिकट लेकर चुनाव लड़ने वालों की कतार में चैतन्य भी शामिल हो गया है.

अमित – अभिषेक के बाद अब चैतन्य 

भूपेश के पहले अजित जोगी और रमन सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे है. दोनों ने ही अपने पुत्र अमित जोगी और अभिषेक सिंह के पोलिटिकल करिअर के लिए अच्छी-खासी मेहनत की. अमित जोगी विधान सभा का चुनाव लड कर विधायक बने. अभिषेक सिंह राजनांदगांव से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने. मशक्कत करनी पडी दोनों ही नेताओं को लोकप्रिय होने मे. मगर दूसरी और चैतन्य बिना किसी खास मशक्कत के लोकप्रिय हो रहे है.
इस वक़्त चैतन्य की गिरफ्तारी के विरोध में छत्तीसगढ़ की पूरी कॉंग्रेस सड़क पर उतरी हुई है. रायपुर से लेकर दिल्ली तक चैतन्य के नाम का शोर कॉंग्रेस के गलियारों में गूंज रहा है……

अमितेश शुक्ला और अरुण वोरा भी रहे उत्तराधिकारी 

श्यामा चरण शुक्ला और मोती लाल वोरा भी अविभाजित मध्यप्रदेश के बड़े नेताओं में शामिल थे. दोनों ही नेताओं ने अपने सुपुत्र अमितेश शुक्ला और अरुण वोरा को राजनीति में स्थापित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी. मगर जिस स्तर के श्यामा चरण शुक्ला और मोती लाल वोरा नेता थे. जितनी इनकी ऊंचाई थी, उस स्तर के दोनों के सुपुत्र नेता कभी नहीं रहे. कहते है पूत के पांव पालने में दिख जाते है, मगर छत्तीसगढ़ की राजनीति के बड़े नेताओं के पूत के पांव पालने में तो नजर अभी तक नहीं आये है. अब देखने वाली बात यह है कि चैतन्य इस फूल टॉस बॉल पर सिक्स मारते है या फिर क्लीन बोल्ड होते है……..