छत्तीसगढ़ में पड़ रही कड़ाके की ठंड, अंबिकापुर रहा सबसे सर्द, शीतलहर की चपेट में सरगुजा

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छत्तीसगढ़ में शीतलहर का प्रकोप जारी है, तापमान में लगातार हो रही गिरावट की वजह से कोहरे का असर भी बढ़ता जा रहा है. वहीं प्रदेश के लगभग सभी जिलों में सुबह और रात के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है. वहीं बीते 24 घंटे के दौरान छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर सबसे ज्यादा ठंडा रहा, यहां तापमान 6.3 डिग्री के पास दर्ज किया गया है, जो प्रदेश में सबसे सर्द जगह रही. वहीं मैनपाट में भी तापमान 6 डिग्री के पास ही रहा. आज सुबह से भी प्रदेश के कई जिले कोहरे की चपेट में नजर आए. मौसम विभाग का कहना है कि अभी कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही रहने की संभावना है.

शीतलहर की चपेट में सरगुजा संभाग

वहीं छत्तीसगढ़ का सरगुजा संभाग भी पूरी तरह से शीतलहर की चपेट में दिख रहा है. संभाग के सभी जिलों में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है. अंबिकापुर और मैनपाट में कड़ाके की ठंड की वजह से लोग घरों में ही दुबके नजर आए. वहीं सुबह के वक्त प्रदेश के मैदानी इलाकों में ओस जमी हुई दिखी. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में कुछ बढ़ोत्तरी हो सकती है, लेकिन अभी जनवरी के महीने में ठंड का दौर 15 जनवरी तक ऐसा ही रहने की संभावना है. न्यूनतम तापमान के चलते सभी जिलों में ठंड पड़ रही है. राजधानी रायपुर और बिलासपुर में भी सुबह और रात के वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हालांकि दोपहर के वक्त धूप निकलने के बाद ठंड का हल्का असर कम होता है.

अभी बढ़ेगी और ठंड

मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दो दिनों तक तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी हो सकती है, लेकिन बुधवार से उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ फिर से एक्टिव होने की संभावना बनती दिख रही है, जिससे शुष्क हवा का असर फिर से बढ़ने लगेगा ऐसे में एक बार फिर से ठंड का असर तेज होगा. क्योंकि पहाड़ी राज्यों में भी लगातार बर्फबारी का दौर जारी है, इसी के चलते सर्द हवाओं का असर उत्तर की तरफ से तेज हुआ है, जिससे यहां भी ठंड बढ़ रही है.

हालांकि आज लोगों को ठंड से हल्की राहत मिलने की संभावना है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ एक द्रोणिका के रूप में समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर और 12.6 किलोमीटर के बीच बना हुआ है, जिससे मौसम हल्का शुष्क रहने की संभावना है. ऐसे में ठंड से हल्की राहत मिल सकती है.