होली का त्यौहार खुशियों का त्यौहार है। मगर होली में इस्तेमाल किए जाने वाले रंग स्किन पर बुरा असर कर सकते हैं। अगर आंखों में चले जाएं तो टेंशन बढ़ जाती है। इस रिपोर्ट जानिए की होली में कैसे सावधानीपूर्वक आप त्योहार का मजा ले सकते हैं।
छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर में किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी के लिए अंबेडकर हॉस्पिटल में स्टाफ को होली के दिन भी ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस रिपोर्ट में जाने की इमरजेंसी सिचुएशन में आप किन हेल्प लाइन नंबर पर संपर्क कर मदद हासिल कर सकते हैं।
अंबेडकर हॉस्पिटल में होली की दिन क्या इंतजाम है
होली पर रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य संबंधित विभागों को अलर्ट मोड में रहने के लिए निर्देशित किया है।
होली के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना या आपातकालीन चिकित्सा स्थिति के संभावित मामलों को देखते हुए आपात चिकित्सा सेवाओं को चौबीसों घंटे चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं। होली के दिन 14 मार्च को शासकीय अवकाश होने के कारण ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) बंद रहेगा, लेकिन इमरजेंसी सेवाएं पूर्ववत 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी।
आपात चिकित्सा सेवाओं को लेकर विशेष प्रबंध
आपातकालीन वार्डों में जीवन रक्षक दवाओं और आवश्यक संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। मेडिकल स्टाफ को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल सहायता दी जा सके। सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को इमरजेंसी ड्यूटी के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। मरीजों को समय पर इलाज मिल सके, इसके लिए ट्रॉमा और इमरजेंसी यूनिट को विशेष रूप से सशक्त किया गया है।
सुरक्षा व्यवस्था भी होगी चाक-चौबंद
अस्पताल परिसर में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा गार्ड और बंदूकधारी गार्ड तैनात किए गए हैं। सिक्योरिटी सुपरवाइजर को विशेष सतर्कता बरतने और सुरक्षा स्टाफ को चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। आपात स्थिति में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस से समन्वय किया गया है।
डीकेएस अस्पताल तक एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध
गंभीर मरीजों को आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए डीकेएस अस्पताल स्थित सुपर स्पेश्यलिटी विभाग में भेजने की प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाने के लिए अम्बेडकर अस्पताल से डीकेएस अस्पताल तक एम्बुलेंस सेवा 24 घंटे सक्रिय रहेगी। अस्पताल प्रशासन ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि होली का त्योहार सावधानीपूर्वक मनाएं और किसी भी आकस्मिक चिकित्सा स्थिति में घबराए बिना अस्पताल की आपातकालीन सेवाओं का लाभ उठाएं।
रंगों से बच्चों की त्वचा की सुरक्षा के उपाय
1. प्राकृतिक रंगों का चयन करें
बच्चों को हमेशा सिंथेटिक रंगों से बचाना चाहिए, क्योंकि इन रंगों में हानिकारक रसायन हो सकते हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं. प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें जो फूलों और अन्य प्राकृतिक पदार्थों से बनाए जाते हैं. ये बच्चों की त्वचा के लिए सुरक्षित होते हैं और बिना किसी दुष्प्रभाव के खेल को और भी मजेदार बना सकते हैं.
2. तेल का उपयोग करें
होली खेलने से पहले बच्चों की त्वचा पर नारियल या सरसों का तेल अच्छे से लगाएं. यह रंगों को त्वचा में गहरे प्रवेश करने से रोकता है और रंगों को आसानी से हटाने में मदद करता है. तेल त्वचा को मॉइस्चराइज भी करता है, जिससे त्वचा सूखने की समस्या नहीं होती है.
3. फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनाएं
बच्चों को फुल स्लीव्स के कपड़े पहनने के लिए कहें, ताकि उनकी त्वचा कम से कम रंगों के संपर्क में आए. यह त्वचा की सुरक्षा के साथ-साथ रंगों के दुष्प्रभावों से भी बचाता है.
4. हल्के साबुन और मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें
होली खेलने के बाद बच्चों की त्वचा को अच्छे से धोने के लिए हल्के साबुन का इस्तेमाल करें. इसके बाद उन्हें मॉइस्चराइजर लगाएं ताकि उनकी त्वचा नर्म और मुलायम बनी रहे.
बच्चों की आंखों की सुरक्षा के उपाय
1. चश्मा पहनाएं
होली खेलने के दौरान बच्चों को रंगों से बचाने के लिए चश्मा पहनाना एक इफैक्टिव तरीका हो सकता है. इससे उनकी आंखें रंगों से सुरक्षित रहती हैं और आंखों में जलन या संक्रमण का खतरा कम होता है.
2. आंखों को बार-बार धोएं
अगर बच्चों की आंखों में रंग चला जाए, तो तुरंत उन्हें ठंडे पानी से आंखों को धोने के लिए कहें. यह उनकी आंखों को राहत देगा और जलन को कम करेगा.
3. आंखों को रगड़ने से रोकें
बच्चों को उनकी आंखों को रगड़ने से सख्ती से मना करें, क्योंकि इससे रंग आंखों में गहरे जा सकते हैं और जलन हो सकती है.
4. सूखे रंगों का इस्तेमाल करें
गीले रंगों से बचना चाहिए क्योंकि ये आंखों में आसानी से जा सकते हैं और नुकसान पहुंचा सकते हैं. बच्चों को सूखे रंगों से होली खेलने के लिए प्रेरित करें.
अन्य सुरक्षा उपाय
1. बच्चों को अकेले न छोड़ें
होली खेलते समय बच्चों को अकेला न छोड़ें और हमेशा उनकी निगरानी करें. इस दौरान दुर्घटनाओं का खतरा भी हो सकता है, इसलिए उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.
2. भीड़-भाड़ से बचें
बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर होली खेलने से बचाएं, क्योंकि वहां दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है.
3. फर्स्ट एड किट तैयार रखें
घर में फर्स्ट एड किट तैयार रखें ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत मदद मिल सके
रायपुर में ये एमरजेंसी नंबर आएंगे आपके काम
पुलिस 112
महतारी एक्सप्रेस 102
आरोग्य सेवा एवं स्वास्थ्य परामर्श केंद्र 104
संजीवनी एक्सप्रेस 108
वुमन हेल्पलाइन 1091
चाइल्ड हेल्पलाइन 1098
विधुत संबंधी समस्या 1912
एयरपोर्ट 0771-2418167
रेलवे 139