मोदी की गारंटी का वादा, सीएम विष्णुदेव साय की तारीफ, जानिए क्या है गृहमंत्री अमित शाह के जांजगीर दौरे के मायने

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रायपुर. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ का दौरा कर इसका बिगुल भी फूंक दिया. छत्तीसगढ़ आने के बाद गृहमंत्री ने पहले कोंडागांव में बस्तर कलस्टर की बैठक की. इसके बाद जांजगीर- चांपा में बड़ी जनसभा को संबोधित किया. अब छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में सबसे पहले जांजगीर चंपा सीट पर फोकस क्यों किया गया और अमित शाह के इस दौरे के मायने क्या है इसको समझना बेहद जरूरी.

दरअसल अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित जांजगीर-चांपा सीट पर पिछले 20 साल से भाजपा का कब्जा रहा है. इस लोकसभा में अब तक 17 बार चुनाव हुए. इसमें 11 बार कांग्रेस तो 6 बार भाजपा ने जीत दर्ज की है. लेकिन साल 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां की सभी 8 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया. हालांकि लोकसभा चुनाव में साल 2004 से यह सीट अब तक लगातार भाजपा के खाते में है. अब भाजपा इस सीट को खोना नहीं चाहती है.

जांजगीर-चांपा में गरजे गृहमंत्री अमित शाह

जांजगीर में आमसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि धारा 370 हटाकर कश्मीर को भारत से जोड़ा है. राम के ननिहाल आया हूं. जो वादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया वह पत्थर की लकीर होगा. इतना ही नहीं उन्होंने विष्णुदेव सरकार की तारीफ और कहा कि प्रदेश में मोदी की गैरांटी का काम किया जा रहा है. जनता से उन्होंने 11 की 11 लोकसभा सीट पर जीत का वादा भी मांगा.

इन चर्चित चेहरों का नाम इस लोकसभा से जुड़ा

1. मिनीमाता : कांग्रेस पार्टी से 1967 और 1971 में भी इन्होंने जाजंगीर से जीत दर्ज की थी. अनुसूचित जाति वर्ग में गुरु मां के से विख्यात थीं. पंडित जवाहर लाल नेहरू और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे पंडित रविशंकर शुक्ल भी सम्मान करते थे.

2. कांशीराम : बसपा के संस्थापक कांशीराम उत्तर प्रदेश से यहां आकर जांजगीर चांपा सीट से 1984 में निर्दलीय चुनाव लड़े थे. हालांकि कांग्रेस के प्रभात ने उन्हें हराया था. इस दौरान उनके साथ बसपा की मायावती भी होती थीं। बसपा की स्थापना इसी दौर में हुई थी.

3. भाजपा के दिलीप सिंह जूदेव ने वर्ष 1989 के चुनाव में प्रभात मिश्रा को पराजित किया था. छत्तीसगढ़ गठन के बाद भाजपा सरकार में मंत्री भी रहे. एक समय सीएम की रेस में भी रहे.

4. कांग्रेस के चरणदास महंत 1998 और 1999 चुनाव में यहां से चुनाव जीते. वर्तमान में महंत नेता प्रतिपक्ष हैं.

5. करुणा शुक्ला वर्ष 2004 में भाजपा की टिकट से लड़ीं और जीत हासिल की. करुणा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की भतीजी थीं. साल 2014 उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन कर लिया. 2018 के विधानसभा में उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ाया गया, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

छत्तीसगढ़ गठन के बाद हुए लोस चुनाव और जीते प्रत्याशी
वर्ष. – जीत2004 – करुणा शुक्ला (भाजपा)2009 – कमला देवी पाटले (भाजपा)2014 – कमला देवी पाटले (भाजपा)2019 – गुहा राम अजगले (भाजपा)

जांजगीर चांपा लोकसभा क्षेत्र में मतदाता
कुल मतदाता : 20,24,224पुरुष मतदाता : 10,19,910महिला मतदाता : 10,04,288

2019 के लोकसभा में रहे ये परिणाम
गुहाराम अजगले (भाजपा) : 5,72,790 वोटरवि भारद्वाज (कांग्रेस) : 4,89,535 वोट