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बीजापुर में माओवादियों को लगा बड़ा झटका, 33 नक्सलियों ने एक साथ किया सरेंडर

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार (25 मई) को 33 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. इनमें दो महिला और 31 पुरुष नक्सली शामिल हैं. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से तीन पर कुल 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित था.

नक्सलियों के भेदभावपूर्ण व्यवहार और छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर इन सभी ने आत्मसमर्पण कर दिया. बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव का कहना है कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों से सक्रिय नक्सलियों के बारे में पूछताछ की जाएगी.

4 महीने में 200 नक्सलियों ने किया समर्पण
एसपी जितेंद्र यादव ने कहा कि बीजापुर पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि माओवादी संगठन का साथ छोड़ ज्यादा से ज्यादा नक्सली सरेंडर करें और पुनर्वास नीति का लाभ लें. उन्होंने ने बताया कि अब तक बीजापुर जिले में बीते साढ़े 4 महीनों में 200 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 109 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.

 

जवानों के जरिये अंदरूनी इलाकों में लगातार नक्सल अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान मुख्यधारा से भटक कर माओवादी संगठनों में शामिल होने वाले नक्सलियों से सरेंडर करने की अपील की जा रही है.

नक्सलियों के सिर था लाखों का इनाम
एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि बीजापुर में लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इस ऑपरेशन में जहां एक तरफ नक्सलियों के ठिकाने पर पुलिस के जवान दबिश देकर आमने-सामने की लड़ाई में नक्सलियों का एनकाउंटर कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बड़ी संख्या में नक्सलियों की गिरफ्तारी भी हो रही है.

इसके अलावा बड़ी संख्या में नक्सली माओवादी संगठन को छोड़ मुख्य धारा में वापस लौट रहे हैं. शनिवार को भी बीजापुर जिले के अलग-अलग नक्सल प्रभावित इलाकों में लंबे समय से सक्रिय कुल 33 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. इनमें राजू हेमला PLGA बटालियन नंबर-1 का पार्टी सदस्य रहा है.

राजू हेमला पर 2 लाख रुपये का ईनाम घोषित था. सामो कर्मा उर्फ रानीता नक्सलियो की कंपनी नंबर- 5 की सेक्शन पार्टी सदस्य रही है. जिस पर 2 लाख रुपये का ईनाम पुलिस ने रखा था. इसके अलावा सुदरु पुनेम उर्फ हिरोली सुदरु पुसनार आरपीसी जनताना सरकार का अध्यक्ष रहा और इस पर भी पुलिस ने 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.

आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली सड़क मार्ग को खोदकर अवरुद्ध करना, आगजनी की वारदात को अंजाम देना और आईईडी प्लांट करने के साथ जवानों पर फायरिंग जैसे वारदातों में शामिल रहे हैं. इनके खिलाफ बीजापुर जिले के अलग-अलग थानों में कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं.

समर्पण करने वालों को दी गई प्रोत्साहन राशि
एसपी ने कहा कि सरेंडर करने वाले इन 33 नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. शुरुआत में इन सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है.

उन्होंने कहा कि नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचा है. बीजापुर पुलिस के द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है कि स्थानीय नक्सली मुख्य धारा में वापस लौटकर आम लोगों की तरह अपना जीवन सुख शांति से बिताएं.