
छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला मामले में मंगलवार को ED के स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। आज की पेशी में जेल में बंद सभी निलंबित IAS रानू साहू, समीर विश्नोई, सौम्या चौरासिया और सूर्यकांत तिवारी समेत अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में पेश हुए।
वही कोर्ट में पेश नही होने वाले कांग्रेस नेता विनोद तिवारी और चंद्र देव राय समेत 8 लोगो के खिलाफ 500-500 रुपए का जमानती वारंट हुआ किया गया है। वही इस मामले में अगली सुनवाई 26 अक्टूबर को होगी।

देवेंद्र यादव पेश नही हुए
कोयला घोटाला मामले में विधायक देवेंद्र यादव को भी कोर्ट में पेश होना था लेकिन जेल में बंद होने की वजह से वे कोर्ट में पेश नही हुए। उन्होंने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट में जानकारी दी कि जेल में बंद होने की वजह से वे कोर्ट में शामिल नही हो पाएंगे।
इनके खिलाफ वारंट जारी
कोर्ट में लगातार समंस जारी करने के बाद भी जेल के बाहर कोल घोटाले के आरोपी रामप्रताप सिंह, विनोद तिवारी, चंद्रदेव राय, मनीष उपाध्याय, पीयूष साहू, नारायण साहू, नवनीत साहू, रजनी कांत तिवारी कोर्ट में पेश नही हो रहे है। जिनके खिलाफ फिर से 500 को जमानती वारंट जारी किया गया है। इससे पहले भी 2 से 3 बार वारंट जारी किया जा चुका है।
सिंडिकेट बनाकर हुई 570 करोड़ की वसूली
छत्तीसगढ़ में अवैध कोल लेवी वसूली का मामला ईडी ने दर्ज किया था। पूरे मामले का मास्टरमाइंड किंगपिन कोल व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया। जो व्यापारी 25 रुपए प्रति टन के हिसाब से अवैध रकम सूर्यकांत के कर्मचारियों के पास जमा करता था। उसे ही खनिज विभाग पीट पास और परिवहन पास जारी करता था। इस तरह से स्कैम कर कुल 570 करोड़ रुपए की वसूली की गई।
आरोप यह भी है कि पूरे मामले के किंगपिन सूर्यकांत तिवारी को पूर्व CM भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया का संरक्षण प्राप्त था। ईडी की रेड में पहले आईएएस समीर बिश्नोई फिर कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था उसके बाद IAS रानू साहू और सौम्या चौरसिया को भी गिरफ्तार किया गया सभी लंबे समय से रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद है।
2 पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित 36 पर FIR
छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाले मामले में ED के प्रतिवेदन पर ACB /EOW ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित 36 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। जिस पर अब ACB की टीम जांच कर रही है और रायपुर के ACB कोर्ट में केस चल रहा है।