रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन काफी हंगामेदार रहा। बृजमोहन अग्रवाल कृष्णमूर्ति बांधी धरमलाल कौशिक सभी ने मिलकर जल जीवन मिशन योजना पर सवाल खड़े किए। कई टेंडर निरस्त कर दिए गए और कुछ में दोबारा टेंडर किया गया। 300 करोड़ की योजना का 100 करोड़ रुपए लागत बढ़ाकर घपला करने का आरोप भी लगाया गया। इन सवालों के जवाब देते हुए विभागीय मंत्री रूद्र कुमार गुरु ने यह कहा कि वह शिकायतों की जांच करवाएंगे। जिन इलाकों में जल जीवन मिशन के कामों में अनियमितता की बात सामने आई है उसकी भी जांच करवाएंगे रीटेंडर और टेंडर निरस्त होने के मामले में जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि जीरो कॉल आने की वजह से ऐसा करना पड़ा। मंत्री ने पाइप के दाम बढ़ने की वजह से प्रोजेक्ट कॉस्ट बढ़ने का दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी इसे भ्रष्टाचार पर लीपापोती और हल्का जवाब बताती रही। इस मसले पर कुछ देर बाद विपक्ष ने वर्क आउट भी कर दिया थोड़ी देर बाद फिर से सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो आरक्षण का मुद्दा गरमाया कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाए और भाजपा ने कांग्रेस पर बिना किसी तथ्य और डाटा दिए आरक्षण लागू करने की बात कही कुछ देर चले हंगामे के बाद भाजपा नेताओं ने बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना देना शुरू कर दिया कि सदस्य सदन के वेल में भी आ गए थे जिसकी वजह से इनके खिलाफ कार्रवाई की गई और आखिरकार दोपहर होते-होते विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत ने विधानसभा की पूरी कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी है।