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टीवी देख रहा था परिवार, अचानक छत तोड़ सिर पर आ गिरा 8 किलो का 10 फीट लंबा अजगर

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दुनियाभर में यूं तो सांप की कई प्रजातियां मौजदू है, जिनमें से कुछ हैरान कर देती हैं, तो कुछ अपनी एक फूंकार से लोगों को मौत की नींद सुला सकती हैं. ज्यादातर लोग ऐसे भी हैं, जो सांप के नाम मात्र से ही खौफ खाने लगते हैं, सोचिए अगर ऐसा कुछ विशाल सांप आपके सामने आ जाये तो क्या होगा? हाल ही में सांप से जुड़ा एक ऐसा ही मामला सामने आ रहा है, जिसके बारे में जानकर आपकी भी रूह कांप जाएगी.

दरअसल, मलेशिया के रहने वाले एक परिवार के साथ कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बारे में जानकर आप भी डर के मारे थर-थर कांपने लगेंगे. न्यूजवीक की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरावाक के मिरी (Miri, Sarawak) में रात के करीब 11:09 बजे (स्थानीय समयानुसार) एक परिवार बड़े मजे से टीवी देख रहा था, तभी अचानक उनकी घर की छत टूटी और एक विशाल अजगर उनके ऊपर आ गिरा, जिसके बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई. परिवार ने तत्काल इसकी सूचना प्रशासन को फोन कर के दी.

परिवार से सूचना मिलते ही मिरी पब्लिक डिफेंस फोर्स के 4 अधिकारियों तुरंत मौके पर पहुंचे. जहां उन्हें एक डिब्बे के नीचे छिपा 8 किलो का 10 फीट लंबा अजगर देखने को मिला, जिसे देखकर वह सभी हक्के-बक्के रह गए. नागरिक सुरक्षा बल (एपीएम) के अधिकारी मीरवान शाह बिन मसरी ने न्यूजवीक को बताया कि, जब अधिकारी घर पहुंचे, तो उन्हें रसोई के अंदर एक बॉक्स के नीचे छिपा अजगर देखने को मिला, जिसके बाद टीम ने लगभग 8 किलो के अजगर को निकालने के लिए विशेष उपकरणों का इस्तेमाल किया और उसे वापस उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया. इस पूरे ऑपरेशन में टीम को आधे घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.

एपीएम मिरी के अधिकारियों के मुताबिक, जब महिला का पति टॉयलेट की ओर जा रहा था, तब सांप छत से नीचे आ गिरा. उन्होंने आगे कहा कि, जिस घर में अजगर पकड़ा गया, वहां चार लोग रहते हैं. बताया जा रहा है कि, घर में जो अजगर मिला है, वो दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है. यह प्रजाति दुनिया के सबसे बड़े सांपों में से एक है और यह इंसानों, बिल्लियों, कुत्तों, पक्षियों, चूहों और अन्य सांपों को अपना निवाला बना सकती है.

एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका के अनुसार, एक रेटिकुलेटेड अजगर ने 9.6 मीटर (31.5 फीट) की अधिकतम लंबाई दर्ज की है. बताया जा रहा है कि, ये अजगर आमतौर पर जंगलों, दलदलों और नहरों में पाए जाते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में मनुष्यों द्वारा अतिक्रमण के कारण ये सरीसृप शहरों में भी रेंगते हुए पाए गए हैं.