छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ में तहसीलदार को बीच सड़क पर एक व्यापारी ने पीटा है। बताया जा रहा है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान तहसीलदार से मारपीट की गई है। आरोपी को जेल भेज दिया गया, जिससे नाराज छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने शनिवार को मनेंद्रगढ़ नगर बंद का ऐलान किया है।
छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने तहसीलदार के खिलाफ कलेक्टर और मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से शिकायत की है। मंत्री ने व्यापारियों और तहसीलदार के बीच सुलह की कोशिश भी की, लेकिन बात नहीं बन सकी।
सीमेंट के शेड्स को जेसीबी से तोड़ दिया
मनेंद्रगढ़ के महौरापारा में शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान नेशनल हाइवे 43 की नाली पर रखे व्यवसायी नितिन अग्रवाल की सीमेंट के शेड्स को जेसीबी से तोड़ दिया गया। इससे भड़के नितिन अग्रवाल ने तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त को पीट दिया।
गाली-गलौज करते हुए नितिन अग्रवाल ने तहसीलदार को धमकाया कि वह अपना ट्रांसफर करा ले। पुलिस बल की मौजूदगी में ये घटना हुई।
तहसीलदार ने सामान हटाने का मौका नहीं दिया
व्यापारियों का आरोप है कि तहसीलदार कैवर्त ने व्यवसायी को सामान हटाने का मौका नहीं दिया, जबकि वे शेड्स को हटवा रहे थे। इससे उन्हें करीब डेढ़ लाख का नुकसान हुआ है। तहसीलदार के खिलाफ कलेक्टर से भी शिकायत की गई है।
देर शाम नितिन अग्रवाल को जेल भेजने की सूचना मिलने पर छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने 30 नवंबर को नगर बंद का आह्वान किया है। इसकी लिखित सूचना एसडीएम को दे दी गई। नितिन अग्रवाल व्यवसायी होने के साथ सीए भी हैं।
व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने कहा गया था
तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त का कहना है कि एक सप्ताह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। सभी व्यापारियों को अपना अतिक्रमण हटाने के लिए कहा जा चुका था, लेकिन उन्होंने सामानों को नहीं हटाया, जिसके बाद कार्रवाई की गई है।
तहसीलदार की लिखित शिकायत पर गिरफ्तारी
मामले में तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त की लिखित शिकायत पर मनेंद्रगढ़ कोतवाली पुलिस ने नितिन अग्रवाल के खिलाफ धारा 115(2), 121(1), 132, 221, 296, 351(2)-BNS के तहत अपराध दर्ज किया। इनमें से कई धाराएं गंभीर हैं। आरोपी व्यापारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।