राजधानी में चाय बेचने वाले ने की 100 करोड़ की ठगी, जानिए पूरा मामला

0
57

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी से ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है, जहा एक चाय वाले ने लोगों को शेयर ट्रेडिंग में दोगुने मुनाफे के नाम झांसा देकर करीब 100 करोड़ की ठगी कर ली. दरअसल रायपुर पुलिस ने 100 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का मास्टरमाइंड चाय बेचने का काम करता था. उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर लोगों से ठगी करने का प्लान बनाया. 300 से अधिक लोगों को शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर करोड़ों की ठगी कर ली. जब पुलिस को इस घटना के बारे में पता चला तो पुलिस का दिमाग चकरा गया.

दो अरोपी पुलिस के गिरफ्त में

पुलिस ने ठगी करने वाले मास्टरमाइंड समेत 2 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है. पहला आरोपी भूनेश्वर साहू पिता- स्व. गणेश राम साहू, उम्र 38 वर्ष है तो वहीं दूसरा आरोपी मनोहर साहू पिता- फुलसाय साहु, उम्र 34 वर्ष है. रायपुर पुलिस ठगी की रकम से खरीदी गई संपत्ति को सीज करने की तैयारी कर रही है. वहीं आपको बता दें कि ये पुरा मामला रायपुर के मंदिर हसौद थाना क्षेत्र का है.

पुलिस ने ऐसा किया ठगी का भंडाफोड़

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक प्रार्थी कुबेर वर्मा नामक एक आदमी ने मंदिर हसौद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह मंदिर हसौद के गांव मुनगी में रहता है और मंदिर हसौद में चाय बेंचने वाले भुवनेश्वर साहू ने उसे बताया कि वह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करता है और बहुत फायदा कमा रहा है. भुनेश्वर साहू ने उसको भई शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने से दुगुना लाभ दिलाने का झांसा दिया. कुबेर वर्मा ने बताया कि उसने आरोपी चायवाले पर विश्वास कर उसके साथी शत्रुहन वर्मा के बैंक खाते में और बताए गए अन्य बैंक खातों में अलग-अलग किश्तो में कुल 07 लाख रुपए जमा कर दिए. जब पुलिस के पास इसकी शिकायत आई तो पुलिस ने पूरे मामले की जांच की और फिर जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ.

रायपुर पुलिस ने की कार्रवाई

रायपुर पुलिस को जैसे ही इस धटना के बारे में पता चला पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष सिंह ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक माना लम्बोदर पटेल और थाना प्रभारी मंदिर हसौद को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर निर्देशित जारी किए. जिस पर मंदिर हसौद थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले ठगी में शामिल शत्रुघन वर्मा को गिरफ्तार किया गया था और फिर भुनेश्वर साहू को. पुलिस ने बताया कि भुनेश्वर साहू अपने साथियों के साथ मिलकर प्रार्थी कुबेर वर्मा समेत कई अन्य लोगों को इसी तरह झांसा देकर अबतक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है.

साथियों को देता था 10 प्रतिशत कमिशन

पुलिस के मुताबिक मुख्य ओरोपी भुनेश्वर साहू ने अपना जुर्म कबूल लिया है. उसने पुलिस से बताया कि वो ठगी में शामिल अपने साथियों को 10 प्रतिशत का कमिशन देता था. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है. वहीं पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले के तह तक पहुंचने पर रकम की संख्या और बढ़ सकती है.