सेमीफाइनल में हार के बाद रोने लगे पाकिस्तानी क्रिकेटर्स, मैच के बाद मैदान पर दिखा ये नजारा

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पाकिस्तान की टीम को गुरुवार को खेले गए आईसीसी अंडर 19 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों करीबी हार का सामना करना पड़ा है. सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने महज 1 विकेट से पाकिस्तान को हराकर उसे कभी नहीं भूलने वाला गहरा जखम दे दिया है. टॉम स्ट्रेकर के 6 विकेट और हैरी डिक्सन के अर्धशतक के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान पर एक विकेट की रोमांचक जीत हासिल कर आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में प्रवेश किया, जिसमें उसका सामना भारत से होगा. फाइनल रविवार को खेला जाएगा.

सेमीफाइनल में हार के बाद रोने लगे पाकिस्तानी क्रिकेटर्स

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल जैसे अहम मुकाबले में हार के बाद पाकिस्तान का आईसीसी अंडर 19 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट से सफर तुरंत खत्म हो गया. फाइनल में जाने का सपना टूटने के बाद पाकिस्तान के क्रिकेटर्स बीच मैदान पर रोने लगे. सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी क्रिकेटर्स के दिल तोड़ने वाले रिएक्शंस को देखा जा सकता है. पाकिस्तान के खिलाड़ी तेज गेंदबाज स्ट्रेकर (24 रन देकर छह विकेट) के आगे संघर्ष करते रहे जिससे टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद महज 179 रन का स्कोर ही खड़ा पर पाई. अगर अराफात मिन्हास (52 रन) और अजान अवेस (52 रन) के अर्धशतक नहीं होते तो यह स्कोर और कम होता.

भारतीय टीम अपना नौवां फाइनल खेलेगी जबकि ऑस्ट्रेलिया का यह छठा फाइनल होगा. भारत ने रिकॉर्ड पांच खिताब जीते हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया के नाम तीन ट्राफियां रही हैं. पिछली बार ऑस्ट्रेलिया ने 2010 में यह ट्रॉफी पाकिस्तान को हराकर जीती थी. ऑस्ट्रेलियाई टीम भी पाकिस्तानी गेंदबाजों के आगे जूझती दिखी, लेकिन इसके बावजूद 49.1 ओवर में नौ विकेट पर 181 रन बनाकर फाइनल में पहुंचने में सफल रही. इसमें डिक्सन (75 गेंद में 50 रन, पांच चौके) और ओलिवर पीके (75 गेंद में 49 रन, तीन चौके) की पारियों का अहम योगदान रहा.

पाकिस्तानी गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को मेहनत कराई

पाकिस्तानी गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को प्रत्येक रन के लिए मेहनत कराई. ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डिक्सन और सैम कोन्सास (14) ने मिलकर 33 रन जोड़े, लेकिन टीम ने 6.2 ओवर में 26 रन जोड़कर चार विकेट गंवा दिए जिससे टीम मुश्किल में थी. हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम दबाव का जितनी अच्छी तरह सामना करती है, उतना ज्यादा टीम नहीं कर पाती हैं और उन्होंने मुकाबले में इसी जज्बे का प्रदर्शन किया. ऑस्ट्रेलिया के मिडिल ऑर्डर ने एक दो रन लेने के अलावा बीच बीच में बाउंड्री से रन जुटाने पर ध्यान लगाया.

डिक्सन और पीके ने 43 रन जोड़े

टूर्नामेंट में तीसरा अर्धशतक जड़ने वाले डिक्सन और पीके ने मिलकर पांचवें विकेट के लिए 43 रन जोड़े जिससे टीम लक्ष्य तक पहुंचने की दौड़ में बनी रही. लेकिन बाएं हाथ के स्पिनर मिन्हास ने तेज स्पिन होती गेंद पर डिक्सन के स्टंप उखाड़कर इस भागीदारी को तोड़ दिया. इसके बाद पीके और टॉम कैम्पबेल (25 रन, 42 गेंद, दो चौके) ने कोई जोखिम उठाए बिना 44 रन की भागीदारी बनाई. अराफात ने आर्म गेंद से कैम्पबेल के ऑफ स्टंप उखाड़कर इस साझेदारी का अंत किया.

रजा ने मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद गेंदबाजी की

फिर 15 वर्षीय तेज गेंदबाज अली रजा ने पीके को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को बड़ा झटका दिया. रजा ने मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद गेंदबाजी की. उन्होंने अपने अंतिम ओवर में स्ट्रेकर और माहली बर्डमैन के विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर नौ विकेट पर 164 रन कर दिया. अब ऑस्ट्रेलिया का एक विकेट बचा था और उसे जीत के लिए 16 रन चाहिए थे. राफ मैकमिलन (नाबाद 19 रन) और कैलम विडलर (नाबाद तीन रन) ने अंतिम ओवर में टीम को जीत दिलाई. गेंद से शानदार प्रदर्शन करने वाले पाकिस्तान ने इससे पहले बल्ले से निराशाजनक प्रदर्शन किया.

अवेस और मिन्हास ने 54 रन जोड़े

शैमिल हुसैन और शाजेब खान पहले पावरप्ले में पवेलियन लौट गए. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज स्ट्रेकर, बर्डमैन और विडलर ने पिच से अच्छा उछाल हासिल कर पाकिस्तानी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाला जिससे वे पहले 10 ओवर में केवल 27 रन ही बना सके. पाकिस्तान की पारी में 50 रन से ज्यादा की केवल एक साझेदारी हुई जो अवेस और मिन्हास के बीच छठे विकेट के लिए 54 रन की थी. अवेस और मिन्हास ने मैदानी शॉट तथा एक या दो रन से से ज्यादातर रन जुटाए. लेकिन इन दोनों ने करीब 14 ओवर तक बल्लेबाजी की.

स्ट्रेकर ने दिखाया कमाल

जैसे ही दोनों ने थोड़ा खुलकर खेलने का प्रयास किया स्ट्रेकर ने अवेस को आउट कर दिया. पाकिस्तान की सीनियर टीम के लिए तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके मिन्हास ने जल्द ही 58 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन ऑफ स्पिनर कैम्पबेल के खिलाफ बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में ओलिवर पीके को आसान कैच देकर आउट हुए. इससे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को पाकिस्तान के निचले क्रम के बल्लेबाजों को समेटने का मौका मिला. स्ट्रेकर ने यह जिम्मेदारी बखूबी निभाई.