भारतीय वायु सेना से रिटायर्ड विंग कमांडर एमबी ओझा (महाबीर ओझा) को आज महादेव घाट स्थित मुक्ति धाम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। ओझा को सेना के जवानों के द्वारा गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। ओझा का 10 नंवबर को निधन हो गया था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उनके प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री साय के प्रतिनिधि के रूप में आज विधायक पुरंदर मिश्रा और कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह महादेवघाट मुक्तिधाम पहुंचकर ओझा के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
विधायक मिश्रा, कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह सहित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह और अन्य सैन्य अधिकारियों ने ओझा की अंतिम यात्रा में पार्थिव शरीर को कंधा दिया। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, चीफ ऑफ एयर स्टाफ, जनरल आफिसर कमाडिंग इन चीफ मध्य कमान, जीओसी मध्य भारत एरिया, सीओएसए कमांडर की ओर सैन्य अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर एसएसपी संतोष सिंह, राज्य सैनिक बोर्ड के संचालक ब्रिगेडियर विवेक शर्मा रिटायर्ड कर्नल, धर्मवीर सिंह चौहान, कर्नल सुमीत शर्मा, कर्नल राकेश बरतवाल, एयरकुमाडोर एलिक्स पिंटो, सहित सेना के अन्य अधिकारियों ने भी श्री ओझा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
विंग कंमाडर के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए रायपुर विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि उनके निधन से रायपुर ही नहीं बल्कि देश ने एक महान सपूत खो दिया। ओझा के निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा, विंग कमांडर ओझा देश के सच्चे सपूत थे। अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा से किया। उनके राष्ट्र के प्रति योगदान को सदैव याद किया जाएगा।
विंग कमांडर एमबी ओझा (सेवानिवृत्ति) 1962 ,1965 ,1971 के युद्ध में शामिल थे तथा भारतीय शांति सेवा के मिशनों में भी शामिल थे। वे भारतीय वायु सेना में सन 1956 में कमीशन हुए थे । पाकिस्तानी सेना
के 90000 सैनिकों ने जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष हथियार डाले थे, उस अवसर पर विंग कमांडर एम बी ओझा उपस्थित थे तथा वे उस समर्पण के प्रत्यक्ष गवाह थे ।