भोपाल । मध्यप्रदेश के विंध्यनगर थाना क्षेत्र में चार दिन पहले हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है। बताया जा रहा है कि दोस्त ने ही युवक को अगवा किया, और छत्तीसगढ़ ले गया, हत्या करके लाश को 12 सौ फीट नीचे खाई में फेंक दिए था। आरोपी ने मृतक के पिता से नक्सली बनकर 10 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी, पुलिस ने इस हत्या में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सिंगरौली के सिंपलेक्स कांप्लेक्स में रहने वाले मो. अरमान 17 अगस्त को अपनी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए घर से निकला था, लेकिन उसके बाद घर नहीं पहुंचा उसके पिता को एक कॉल आया, जिसमें अपने आप को नक्सली बताते हुए कहा कि तुम्हारा बेटा मेरे पास है 10 लाख रुपए की व्यवस्था कर लो। मामला अपहरण से जुड़ा होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से कई टीमें गठित करके शहर में लगे सीसीटीवी कैमरा मोबाइल की सर्विलांस की जांच की तो पता चला कि अरमान बैढ़न से दोस्त श्याम कार्तिक वैश्य के साथ मकरोहर की तरफ गया है। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद श्याम, कार्तिक व वैश्य को हिरासत में लिया और पूछताछ की।
सिंगरौली पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह के मुताबिक आरोपी ने बताया कि उसकी कुछ समय पहले अरमान से दोस्ती हुई थी। उसकी बाइक और खर्च करने के तरीके देखकर लगा कि वह बहुत बड़ा आदमी है। मन में पैसे लूटने का विचार आया है और अपने बुआ के लड़के राम कया व रिश्तेदार अमरेश के साथ योजना बनाई। अरमान ने कट्टा लेने की इच्छा जताई थी, तब मैंने कहा था कि वह मेरा भाई रामकया कट्टा दिला देगा। योजना के मुताबिक 17 अगस्त को कट्टा लेने अरमान को लेकर चांदनी रोड पर बांक गांव पहुंचे। वहां अरमान को चाकू की नोक पर जंगल झुनझुन कुंड के पास ले गए।
आरोपियों ने अरमान के पास मौजूद पैसे, मोबाइल और गाड़ी लूट लिए। उसके बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और लाश को सूरजपुर छत्तीसगढ़ झुनझुन कुंड के नीचे फेंक दी। पुलिस को शक ना हो इसलिए आरोपियों ने मृतक की बाइक को मकरोहर के जंगल में छुपा दिया। हत्या करने के बाद आरोपियों ने नक्सली बनकर मृतक के पिता से 10 लाख रूपए फिरौती की मांग की थी। पुलिस ने इस घटना में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।